लिखा- सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद ना आएंगे… ध्यूत बिछाए बैठे शकुनि, मस्तक सब बिक जाएंगे…
टाकिंग पंजाब
दिल्ली। भारतीय रेसलरों व डब्लयूएफआई के पूर्व अध्यक्ष व सासंद बृजभूषण शरण सिंह के बीच जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। दरअसल, दिल्ली पुलिस ने 15 जून यानि गुरुवार को 2 अदालतों में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी जिसमें से एक चार्जशीट 6 पहलवानों के आरोपों पर रॉउज एवेन्यू कोर्ट में दाखिल की तो वहीं दूसरी पटियाला हाउस कोर्ट में नाबालिग के यौन शोषण के मामले में 550 पन्नों की क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी। अब डब्लयूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होने के बाद पहली बार पहलवान विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर पुष्पमित्र उपाध्याय की कविता शेयर कर इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
इस कविता की पंक्तियां इस प्रकार है कि सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद ना आएंगे… ध्यूत बिछाए बैठे शकुनि, मस्तक सब बिक जाएंगे। आगे की पंक्तियों में लिखा कि अबतक केवल अंधा राजा, अब गूंगा- बहरा भी है…होंठ सील दिए हैं जनता के कानों पर पहरा भी है…। विनेश फोगाट ने इस कविता को शेयर करते हुए न्याय की मांग की है। विनेश से पहले रेसलर साक्षी मलिक ने कहा था कि हमारा अगला कदम तब आएगा जब हम सब कुछ देख लेंगे कि जो वादे किए गए थे वे पूरे हो रहे हैं या नहीं। हम इंतजार कर रहे हैं।
साक्षी ने आगे कहा कि चार्जशीट में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि बृजभूषण सिंह दोषी है, लेकिन हमारे वकील ने एक आवेदन दायर किया है ताकि वह जल्द से जल्द आरोप पत्र देखकर आरोपों का पता लगा सकें। बता दें कि पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, सत्यव्रत कादियान, संगीता व जितेंदर ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को पत्र लिख कर एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप के ट्रायल 10 अगस्त के बाद कराए जाने की मांग की है। वहीं, आईओए ने एशियाई ओलिंपिक परिषद से एक माह की देरी से एंट्री भेजने की मंजूरी मांगी है।