लॉरेंस बिश्नोई को 27 सुनवाई में सिर्फ एक बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया गया है कोर्ट में पेश…
टाकिंग पंजाब
अमृतसर। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ व जग्गू भगवानपुरिया सहित 31 अभियुक्तों के खिलाफ दो चार्जशीट दायर की, जिसमें दावा किया गया है कि ये हत्या लॉरेंस और बंबीहा गिरोहों के बीच बदले की भावना से की गई थीं। इस मामले में पंजाब पुलिस द्वारा चार्जशीट दायर किए हुए 9 महीने से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अदालत ने अभी तक आरोपियों के खिलाफ आरोप तय नहीं किए हैं। इसके पीछे का बड़ा कारण यह है कि अधिकारियों के लिए एक साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी को पेश करना एक चुनौती है।
अब इस मामले में मानसा के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने जेल प्रशासन को 28 जून को सभी आरोपियों को व्यक्तिगत रूप से या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश करने का निर्देश दिया है, ताकि कोर्ट की कार्रवाई आगे बढ़ाई जा सके। दरअसल, बीते दिनों आरोपियों को एक बार फिर कोर्ट में पेश नहीं किया गया था जिसके बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने यह आदेश दिया। बता दें कि, इस मामले में अभी तक 6 से ज्यादा आरोपियों को एक दिन में कोर्ट में पेश नहीं किया गया है। लॉरेंस को 27 सुनवाई में सिर्फ एक बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया है। कुल 31 आरोपियों में से पुलिस ने 27 को गिरफ्तार किया था, लेकिन उनमें से दो मनदीप सिंह और मनमोहन सिंह तरनतारन जिले की गोइंदवाल जेल में हुई झड़प में मारे गए थे।