बबिता फोगाट ने दिया जवाब.. देश की जनता समझ चुकी है कि आप कांग्रेस के हाथ की कठपुतली बन चुकी हो, अपनी मंशा बता दो
टाकिंग पंजाब
नईं दिल्ली। पिछले कईं दिनों से भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ धरने पर बैठे पहलवानों में एक नया विवाद छिड़ गया है। पहलवान साक्षी मलिक ने अपनी ही पहलवान बहन बबिता फोगाट पर एक पंच मारा है। साक्षी मलिक ने शनिवार को अपने पति सत्यव्रत कादयान के साथ एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें उन्होंने भाजपा नेता तीरथ राणा व बबिता फोगाट पर उन्हे धरने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया था। साक्षी मलिक का कहना था कि इन दोनों ने पहलवानों को धरने के लिए प्रेरित तो किया ही साथ ही धरने की इजाजत भी इन्होंने ही दिलवाई थी।
साक्षी व उनके पति सत्यव्रत कादियान ने सोशल मीडिया पर द ट्रुथ टाइटल से अपना एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें यह दावे किए गए थे। साक्षी का यह दावा इसलिए अहम है, क्योंकि बृजभूषण समेत बीजेपी यह कहती रही है कि धरने के पीछे हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा हैं। इतना ही नहीं, बबीता फोगाट खुद भी रेसलर्स के धरने में राजनीति होने की बात कहती रहीं। साक्षी मलिक के इस वीडियों का पता जैसे ही बबिता फोगाट को लगा तो उन्होंने भी आनन-फानन में रविवार सुबह एक वीडियो जारी कर दिया। इस वीडियों में बबीता फोगाट ने कहा कि मुझे कल बड़ा दुख हुआ और हंसी भी आई, जब मैं अपनी छोटी बहन व उनके पतिदेव का वीडियो देवा। सबसे पहले तो मैं यह स्पष्ट कर दूं की जो अनुमति का कागज मेरी छोटी बहन दिखा रही थी, उस पर कहीं भी मेरे साईन या मेरी सहमति का कोई प्रमाण नहीं है।
मेरा दूर-दूर तक इससे कोई लेना देना नहीं है। बबिता ने आगे तंज कसते हुए कहा कि बहन हो सकता है आप बादाम के आटे की रोटी खाते हो, लेकिन गेहूँ की तो मैं व मेरे देश की जनता भी खाती ही है, सब समझते हैं। देश की जनता समझ चुकी है कि आप कांग्रेस के हाथ की कठपुतली बन चुकी हो। अब समय आ गया है कि आपको आपकी वास्तविक मंशा बता देनी चाहिए, क्योंकि अब जनता आपसे सवाल पूछ रही है। उधर साक्षी मलिक का कहना है कि उनकी लड़ाई सरकार से नहीं है, उनकी लड़ाई बृजभूषण शरण सिंह से है। पहले नहीं थी, लेकिन अब हिम्मत व एकता दोनों चीज हम में हैं, तभी तो ही इतने पावरफुल आदमी के खिलाफ लड़ाई लड़ पा रहे हैं। साक्षी ने यप भी कहा कि हरिद्वार में इस तरह का माहौल बना दिया गया कि अगर हम मेडल बहाने जाते तो हिंसा होने का खतरा था।