पोस्ट शेयर कर कहा, बलजिंदर सिंह ने मेरे परिवार के साथ काफी नाजायज सलूक किया मेरा मकसद उसे मरना था, जो आज पूरा हो गया
टाकिंग पंजाब
मोगा। पंजाब के मोगा जिले के गांव डाला निवासी कांग्रेसी नेता बलजिंदर सिंह बली का कुछ घंटे पहले गोली मार कर मर्डर कर दिया गया था। इस मर्डर का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमे 2 बाईक सवार युवक बलवजिंदर सिंह के घर में घुसकर उन्हें गोली मारते दिखाई दे रहे हैं। यह घटना शाम करीब 6 बजे की बताई जा रही है।
इस मर्डर मामले में उस समय नया मोढ आ गया जब इस मर्डर की जिम्मेदारी गैंगस्टर अर्श डल्ला ग्रुप ने ले ली। गैंगस्टर अर्श डल्ला ग्रुप ने एक पोस्ट शेयर कर कहा है कि मेरा मकसद बलजिंदर सिंह बली को मरना था जो आज पूरा हो गया। गैंगस्टर अर्श डल्ला ने आपने फेसबुक पेज पर पोस्ट डालकर कहा कि बलजिंदर सिंह ने मेरे परिवार के साथ काफी नाजायज सलूक किया था। घर पर तोड़फोड़ की व अपनी नेतागिरी के चलते मेरे घर पर पुलिस को भी लेकर आया। उसकी ही वजह से मुझे इन रास्तों पर चलना पड़ा। उसने कहा कि मेरा मकसद बलजिंदर सिंह बली को मरना था जो आज पूरा हो गया।
आपको बता दें कि बलजिंदर सिंह बल्ली अजीतवाल ब्लॉक के कांग्रेस अध्यक्ष व डाला गांव के मौजूदा नंबरदार थे। बताया जा रहा है कि कुछ अज्ञात लोग फॉर्म पर मुहर लगाने के बहाने उनके घर आए थे। रोजमर्रा का काम मानते हुए जैसे ही बलजिंदर सिंह अपने घर से बाहर निकले, आरोपी ने उन्हें गोली मार दी। गोली लगने के बाद कांग्रेसी नेता नीचे गिर पड़े। हालांकि वहां मौजूद एक व्यक्ति ने उन्हें संभाला, लेकिन चंद सेकेंड के बाद ही वह दोबारा नीचे गिर गए। उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की गई लेकिन अस्पताल ले जाते समय कांग्रेसी नेता की मौत हो गई। इस मर्डर मामले में पुलिस की ओर से सभी पहलूओं पर जांच की जा रही है।
दरअसल वारदात का पता चलते ही मोगा पुलिस जांच के लिए मौके पर पहुंच गई थी। क्राइम सीन पर जांच के लिए पहुंचे एसएसपी जे एलनचेझियान ने बताया कि पुलिस एरिया के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, जिसके आधार पर जल्द आरोपियों की पहचान कर ली जाएगी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल बलजिंदर को कितनी गोलियां लगी, इस बारे में कई पुष्टि नहीं हो पाई है। वहीं, मौके से पुलिस ने कुछ चले हुए कारतूस बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि बलजिंदर सिंह पर कुल 4 रौंद फायर किए गए थे, जोकि उन्हें लगे हैं। आवाज सुनकर तुरंत घर के अन्य सदस्यों द्वारा पीड़ित को अस्पताल पहुंचाया गया था, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई।