पराली के मुद्दे पर मुख्य सचिव ने राज्य के 9 डिप्टी कमिश्नरों को किया नोटिस जारी

आज की ताजा खबर पंजाब
अगले तीन दिनों के भीतर जवाब देने का आदेश.. नो​टिस पाने वालों में मुख्यमंत्री का जिला संगरूर भी शामिल
टाकिंग पंजाब

चंडीगढ़। पंजाब में कितनी ही सरकारें आईं व चली गई लेकिन पराली को जलने से रोकने के मामले में सभी फिसड्डी ही रही हैं। पंजाब में पराली जलाने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पराली के मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्य सचिव ने राज्य के 9 डिप्टी कमिश्नरों को नोटिस जारी कर अगले तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा है      इसके अलावा मुख्य सचिव ने लिखा है कि क्यों न कार्रवाई की जाए। आपको बता दें​ कि जिन जिलों में 100 से ज्यादा मामलपिराली को आग लगाने के आए हैं, उन जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को नोटिस भेजा गया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के जिले संगरूर के डिप्टी कमिश्नर को भी नोटिस भेजा गया है। इसके अलावा बरनाला, बठिंडा, फरीदकोट, फाजिल्का, फिरोजपुर, लुधियाना, मोगा, श्री मुक्तसर साहिब के डिप्टी कमिश्नरों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है।   उधर जालंधर पहुंचे पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने पराली जलने का सारा ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ दिया है। जालंधर में गुलाब देवी अस्पताल में नए बने आयुर्वेदिक पंचकर्म का उद्घाटन करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह केंद्र सरकार पर निशाना साधाते हुए कहा कि हमारी सरकार पराली जलाने के मामलों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। केंद्र सरकार को भी पराली जलाने के मामलों को लेकर आगे आना चाहिए, जिससे राज्य की मदद हो सके। मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के कहने पर ही राज्य में धान की बुआई शुरू की गई थी।      पंजाब में किसानों ने धान की अच्छी फसल को उगाकर पूरे देश का पेट भरा और अब केंद्र सरकार ने हाथ पीछे खींच लिया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा पंजाब के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी पराली जलाने को लेकर लोगों के घरों तक जाकर जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को पराली के बदले मदद देगी तो यह मामले अपने आप रुक जाएंगे। स्वस्थय मंत्री ने कहा कि दिल्ली-पंजाब की सरकारें सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए आदेशों की पालना ही कर रही हैं।      स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर केंद्र सरकार सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाकर बात करेगी तो इस समस्या को 2 घंटे में सुलझाया जा सकता है। मंत्री ने कहा कि उन्होंने सारे प्रस्ताव केंद्र को भेज दिए हैं। सर्दियों में मौसम के कारण प्रदूषण की समस्या होती है। आपको बता दें कि राज्य में 1 अक्टूबर से 13 नवंबर तक खेत में आग लगने के कुल 26,341 मामले सामने आ गए हैं। जिनमें 22,555 मामले 29 अक्टूबर से 13 नवंबर के बीच महज 16 दिनों में सामने आए। यह इस सीजन की घटनाओं का तकरीबन 85 प्रतिशत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *