ईरान की सीमा के 50 किलोमीटर अंदर किया हमला, इससे पहले ईरान ने पाकिस्तान में की थी सर्जिकल स्ट्राइक
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। हाल ही में पाकिस्तान ने ईरान के कई इलाकों को निशाना बनाया व ईरान पर पाकिस्तान के इस हमले को उसके पलटवार की तरह देखा जा रहा है। बता दें कि ईरान ने पाकिस्तान पर कुछ दिन पहले सर्जिकल स्ट्राइक किया था। इस हमले के दौरान ईरान ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। आइये बात करते हैं कि आखिर पाकिस्तान ने ईरान में क्यों किया हमला व किन-किन इलाकों को टारगेट किया। बता दें कि पाकिस्तान का मीडिया सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट कर रहा है कि पाकिस्तान ने ईरान के अंदर एयरस्ट्राइक किया है।
जो जानकारी मिली है उसके अनुसार पाकिस्तान ने ईरान के अंदर 7 जगहों पर हमला किया था। पाकिस्तान ने ईरान के सारावान शहर में हमला किया। पाकिस्तान की तरफ से इस जवाबी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि, पाकिस्तान की तरफ से आधिकारिक तौर पर इस हमले के बारे में कोई भी बयान नहीं जारी किया गया है। लेकिन जिस तरह से पहले ईरान ने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की थी, पाकिस्तान ने पहले डिप्लोमैटिक तरीके से इसका जवाब दिया था। पाकिस्तान ने पहले अपने राजदूत को वापस बुलाया था। इसके बाद पाकिस्तान में ईरान के राजदूत जो उस दौरान तेहरान गए हुए थे उसे वापस पाकिस्तान आने से रोका और साथ ही उच्चस्तरीय बैठकों को भी रद्द किया।
इन तमाम चीजों के बीच ये बात भी निकल आ रही थी कि पाकिस्तान अब सैन्य कार्रवाई भी कर सकता है। ऐसी बातें इसलिए भी की जा रही थीं क्योंकि पाकिस्तान भी ये दिखाना चाहेगा कि वह अपने ऊपर हुए हमलों को जवाब देने में सक्षम है। जो सूचना मिली है उसके मुताबिक पाकिस्तान ने जो हमला किया है वह ईरान की सीमा के 50 किलोमीटर अंदर किया है। ईरान ने पाकिस्तान में जो सर्जिकल स्ट्राइक किया था वह भी पाकिस्तान की सीमा के 50 किलोमीटर अंदर किया था। ये भी एक संयोग है या एक रणनीति है कि जितनी दूर तक ईरान की तरफ से हमला किया गया है उतनी ही दूरी तक पाकिस्तान की तरफ से हमला किया गया।
ये खबर भी सामने आ रही थी कि पाकिस्तान और ईरान के सीमावर्ती इलाकों में कुछ चश्मदीदों ने पाकिस्तान के फाइटर जेट्स को फ्लाई करते हुए देखा था, इसके बाद ही खबर आई कि ईरान के कई इलाकों पर हमला किया गया है। ईरान और पाकिस्तान के बीच तनाव की शुरुआत तब हुई थी जब जैश अल अदल को 2012 में बनाया गया था और वह लगातार ईरान की सीमा में जाकर हमले कर रहा था। इसके आतंकियों ने ईरान के पुलिस की भी हत्या की है। पिछले महीने भी जैश अल अदल की तरफ से हमले किए गए थे। इन हमलों के बाद ईरान बार-बार पाकिस्तान को आगाह करता रहा, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से जैश अल अदल पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
उसके बाद ही ईरान ने पाकिस्तान में घुसकर जैश अल अदल के ठिकानों को निशाना बनाया। भारत ने भी ईरान की इस कार्रवाई को सही बताया है व भारत ने ईरान का साथ दिया है। ईरान ने पहले ही कहा है कि ये हमला आतंकी ठिकानों पर किया हमला है। आपको बता दें कि भारत के संबंध ईरान से बहुत अहम हैं। भारत के लिए ईरान का चाबहार बंदरगाह खासा अहम है। साथ ही भारत भी आतंकवाद से प्रभावित रहा है व यही वजह है कि उसने ईरान की इस कार्रवाई का समर्थन किया है। इस हमले के बाद अब पाक व ईरान के संबंध बिगड़ने की कगार पर पहुंच गए हैं। सिके चलते आगे पाक को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।