विधायक रमन अरोड़ा ने भी किया अग्निपथ योजना का विरोध
टाकिंग पंजाब
जालंधर। देश के 13 राज्यों फैली अग्निपथ योजना के विरोध की चिंगारी शनिवार को जालंधर में भी भड़क उठी। अलग-अलग जगहों से आए युवाओं ने एकत्रित होकर पीएपी चौक पर जाम लगा दिया। युवाओं का कहना है कि केंद्र सरकार उनके भविष्य से खिलवाड़ कर रही है व सरकार ने सेना को भी मजाक ही बना दिया है। उन्होनें कहा कि वह सेना में जाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। लेकिन अब सरकार ने नया फरमान जारी कर उनके सपनों पर पानी फेर दिया है व युवाओं के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी है। पंजाब व हिमाचल के साथ-साथ लगते सीमावर्ती जिलों पठानकोट व होशियारपुर के साथ-साथ मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र संगरूर में युवकों ने सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया। इस दौरान युवाओं ने किसी प्रकार की किसी सरकारी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया। पुलिस व सुरक्षा बलों ने भी हालात से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। सार्वजनिक स्थलों जैसे बस स्टैंड से लेकर रेलवे स्टेशनों तक पूरी सुरक्षा पहले ही बढ़ा रखी थी।
पीएपी में पंजाब के विभिन्न जिलों से आकर इकट्ठा हुए युवाओं को संबोधित करते हुए उनके नेताओं ने पुलिस अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि सुबह उनके जिन साथियों को डिटेन किया गया है उन्हें तुरंत छोड़ें अन्यथा उन्हें कोई और कदम उठाना पड़ सकता है। युवाओं का कहना था कि उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा से भी संपर्क साधा है। नेताओं ने कहा कि अग्निपथ योजना केंद्र सरकार वापस ले अन्यथा वह किसान आंदोलन की तर्ज पर दिल्ली में धरना लगाकर बैठने के लिए मजबूर होंगे।
धरने पर बैठे युवाओं को मिलने के लिए जालंधर सेंट्रल से विधायक रमन अरोड़ा भी पहुंचे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि केंद्र ने जो भी नई योजना बनाई है वह गलत है। पंजाब सरकार पहले ही इसका विरोध कर चुकी है व उनकी पार्टी पूरी तरह से युवाओं के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि जैसे उन्होंने किसान आंदोलन में किसानों का साथ दिया वैसे ही वह अग्निपथ योजना का विरोध करने वाले युवाओं का भी साथ देंगे। केंद्र सरकार ने सेना को भी ठेके पर कर दिया है। मोदी सरकार लोगों की सुरक्षा से समझौता कर रही है। बच्चों के भविष्य को तो बर्बाद कर ही रही है साथ ही सेना का भी अपमान कर रही है।
इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुद प्रदर्शनकारियों नौजवानों से फोन पर बात की। मान ने इन युवाओं को आश्वासन दिया कि वह उनके साथ डटकर खड़े हैं। उनके साथ कोई राजनीति नहीं की जाएगी। युवाओं से प्रोटेस्ट खत्म करने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह किसी प्रकार का नुकसान न करें।