बारिश के पानी की संभाल के लिए 1 हजार से ज्यादा हार्वेस्टिंग प्लांट लगा चुकी है कंपनी
टाकिंग पंजाब
जालंधर। पंजाब में गिरते भू-जल स्तर को बचाने व बारिश के पानी की संभाल का बीड़ा कुछ साल पहले एक कंपनी ने उठाया था। इस कंपनी ने बारिश के पानी की संभाल के लिए रेन वॉटर हार्वेस्टिंग कंपनी का निमार्ण किया। इसके तहत ही कंपनी ने पानी को बचाने की मुहिम की शुरूआत की। पहले पहल तो लोगों को इस कन्सेप्ट में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई, लेकिन जब लोगों को पानी की अहमियत व इस कंपनी की दूरदर्शी सोच का पता चला तो हजारों ही लोगों ने इस कंपनी के साथ मिलकर पानी संभाल की मुहिम में अपना योगदान देना शुरू कर दिया। हम बात कर रहे हैं जालंधर में स्थित वरूण मित्रा हार्वेस्टिंग कंपनी की, जो आज के समय में बारिश के पानी की संभाल का जिम्मा उठाए हुए है। इस कंपनी की बात करें तो यह कंपनी अभी तक 1 हजार से ज्यादा के रेन वॉटर प्लांट लगा चुकी है। इस कंपनी की शुरूआत 2013 में की गई थी। इसके बाद इस कपंनी ने बड़ेबड़े प्रोजेक्ट लगाएं हैं, जिनमें श्री हरिमंदिर साहिब में लगा प्रोजेक्ट भी शामिल है। वरूण मित्रा कंपनी ने श्री हरिमंदिर साहिब के अलावा सोनालीका इंटरनैशनल, आदमपुर एयरपोर्ट आदि कईंबड़े प्रोजेक्ट पूरे किए हैं। वरूण मित्रा के पार्टनर राजेश शर्मा का कहना है कि पंजाब में 70 प्रतिशत पानी जमीन से निकाला जा रहा है, जबकि 5 प्रतिशत पानी ही जमीन में जा रहा है। पानी की संभाल का जिम्मा हमने उठाया, जिसके तहत उन्हें लोगों का काफी सहयोग मिला है। उनके कुछ बड़े प्रोजेक्ट की बात करें तो इसमें श्री हरिमंदिर साहिब का नाम सबसे पहले आता है। कंपनी ने यहां पर साल 2019 में वॉटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाया था। साल 2019 से लेकर अभी तक यह प्लांट 3.5 करोड़ लीटर पानी रीचार्ज कर चुका है। इस प्लांट से एक साल में लगभग 70 लाख लीटर पानी रिचार्ज किया जा रहा है।
इस कंपनी के दूसरे पार्टनर रमन बठला ने कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब के अलावा आदमपुर में बने एयरपोर्ट पर साल 2021 में इस कंपनी ने यह प्लांट लगाया था। इन तीन सालों में इस प्लांट के जरिए 1 करोड़ 68 लाख के करीब पानी रिचार्ज किया जा चुका है। इस प्लांट के जरिए एयरपोर्ट पर हर साल 56 लाख पानी रिचार्ज किया जाता है। कंपनी के पार्टनर रौनक सिंह ने कहा कि एक ओर बड़े प्लांट की बात करें तो होशियारपुर स्थित सोनालीका इंटरनैश्नल ट्रैक्टर लिमिटेड कंपनी में भी उनकी वरूण मित्रा ने प्लांट लगाया है। रौनक सिंह ने कहा कि यह प्लांट तो इतना बड़ा है कि इस प्लांट के जरिए करोड़ों लीटर पानी रिचार्ज किया जा चुका है।
सोनालीका के नोयडा स्थित दफतर में भी वरूण मित्रा ने इस प्लांट को स्थापित किया है। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सिमरनप्रीत सिंह का कहना है कि बारिश के पानी को जमीन के नीचे जल भंडारण टैंक के जरिए स्टोर किया जाता है व इसको रिचार्ज किया जाता है। आरसीसी स्लैब के बने इन टैंक की क्षमता 5000 लीटर से 26 लाख लीटर तक हो सकती है। इस 200 किलोलीटर तक के टैंक को मात्र 3 से 4 दिनों में ही स्थापित किया जा सकता है। इन टैंक की उम्र की बात करें तो यह टैंक 50 वर्ष तक बने रहते हैं व इसका कोई रखरखाव भी नहीं है। इसकी आसानी सफाई भी की जा सकती है, जिससे यह टैंक सालो-साल चलते रहते हैं।