मुफ्त बिजली मामले में आप सरकार ने किया शर्तों में फिर बदलाव 

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जनरल कैटेगरी बीपीएल परिवारों को माफ होंगे  600 यूनिट, 600 से ज्यादा इस्तेमाल यूनिट का ही देना होगा बिल

जो बीपीएल कार्ड होल्डर नहीं हैं, उन्हें अब 600 से ज्यादा होने पर चुकाना होगा पूरा बिल

टाकिंग पंजाब

चंडीगड़। पंजाब में आप सरकार ने जरनल कैटागरी वालों को झटका दे दिया है। सरकार ने 1 जुलाई से हर बिल में 600 यूनिट मुफ्त बिजली स्कीम में कुछ शर्तें हटा दी हैं। अब मुफ्त बिजली मामले में वही स्कीम लागू की गई है, जो सीएम भगवंत मान ने कही थी। सीएम भगवंत मान ने कहा था कि एससी, बीसी, फ्रीडम फाइटर व बीपीएल परिवारों को 600 यूनिट हर बिल में माफ होंगी। इसके अतिरिक्त खर्च हुई यूनिट का बिल देना होगा। हालांकि जनरल वर्ग ने इस ऐलान को उनके साथ धोखा करार दिया था, जिसके बाद बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने कहा कि एक किलोवाट से ज्यादा लोड व इनकम टैक्स भरने वाले हर वर्ग को 600 से ज्यादा खर्च होने पर पूरा बिल देना होगा, की बात कही थी। मगर अब ऐसा नहीं होगा व सीएम मान की कही बात ही सच्च होने जा रही है।

नई शर्तो के अनुसार अब जनरल कैटेगरी के बीपीएल परिवारों को ही 600 यूनिट हर हाल में माफ होंगी व उन्हें इससे ज्यादा इस्तेमाल हुए यूनिट का बिल ही देना होगा। जबकि जो बीपीएल कार्ड होल्डर नहीं हैं, उन्हें अब 600 से ज्यादा होने पर पूरा बिल चुकाना होगा। इसके अलावा एससी, बीसी व फ्रीडम फाइटर परिवार को हर बिल में 600 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी। इस बाबत सरकार ने बिजली विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र भेज दिया है।

दरअसल पंजाब की आप सरकार ने पहले कहा था कि पंजाब में हर वर्ग के 1 किलोवाट कनेक्शन को 600 यूनिट बिजली पूरी तरह मुफ्त रहेगी। इससे ज्यादा बिल आया तो लोगों को अतिरिक्त यूनिट का ही बिल देना होगा। अगर कनेक्शन एक किलोवाट से ज्यादा है तो फिर 600 से ज्यादा यूनिट खर्च होने पर उन्हें पूरा बिल चुकाना होगा। इसमें हर तरह की कैटेगरी को शामिल किया गया था।

                             सरकार के इस फैंसले से एससी, बीसी व फ्रीडम फाईटर को फायदा

सरकार के शर्तो में बदलाव किए जाने के बाद अब पंजाब में अनुसूचित जाति, पिछड़ी श्रेणी व फ्रीडम फाइटर को फायदा होगा। उनका कनेक्शन चाहे जितने भी किलोवाट का हो, उन्हें हर हाल में 600 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी। उन्हें 600 यूनिट से ऊपर चलने वाले यूनिट का ही बिल देना होगा।

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