बच्चों को मुफ्त व अच्छी शिक्षा देना, लोगों का अच्छा व मुफ्त इलाज करवाना.. मुफ्त की रेवड़ी बांटना नहीं कहते
मुफ्त शिक्षा व फ्री इलाज देकर क्या गुनाह किया ? यह काम 1947 या 1950 में हो जाना चाहिए थाटाकिंग पंजाब
प्रधानमंत्री के इस ब्यान पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तंज कसते हुए कहा कि अपने देश के बच्चों को मुफ्त व अच्छी शिक्षा देना, लोगों का अच्छा व मुफ्त इलाज करवाना.. मुफ्त की रेवड़ी बांटना नहीं कहते। मुझ पर आरोप लगाए जा रहे हैं, केजरीवाल फ्री की रेवड़ियां बांट रहा है, मुझे भद्दी-भद्दी गालियां दी जा रही हैं, मेरा मजाक उड़ाया जा रहा है। हम एक विकसित व गौरवशाली भारत की नींव रख रहे हैं, यह काम 1947 या 1950 में हो जाना चाहिए था।
विरोधी पार्टीयों पर बरसते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 18 लाख बच्चे पढ़ते हैं व दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत काफी दयनीय थी। इन सरकारी स्कूलों में 18 लाख बच्चों का भविष्य बर्बाद था। आज हमने अगर इन बच्चों का भविष्य ठीक किया तो मैं क्या गुनाह कर रहा हूं ? आज मैं दिल्ली के इन बच्चों को फ्री में शानदार शिक्षा दे रहा हूं तो क्या बुरा कर रहा हूं ?
केजरीवाल ने दावा किया कि सरकारी स्कूलों में 75 साल में पहली बार 99 प्रतिशत से ज्यादा रिजल्ट रहा है। पिछले कुछ सालों में चार लाख बच्चों ने प्राइवेट स्कूलों से नाम कटाकर सरकारी स्कूलों में एडमिशन लिया है। आज हम जो कर रहे हैं, हम देश की नींव रख रहे हैं। यह रेवड़ी नहीं है देश की नींव है। दिल्ली के सरकारी अस्पताल शानदार कर दिए हैं, मोहल्ला क्लीनिक शानदार कर दिए हैं, जिनकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। दिल्ली दुनिया का वह चुनिंदा शहर है, जिसकी 2 करोड़ जनसंख्या के हर आदमी का इलाज मुफ्त है। अपने देश के बच्चों को मुफ्त व अच्छी शिक्षा देना, लोगों का अच्छा व मुफ्त इलाज करवाना.. मुफ्त की रेवड़ी बांटना नहीं कहते।
सपा अध्यक्ष ने भी पीएम मोदी के बयान पर साधा निशाना
पीएम मोदी के बयान पर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिए पलटवार किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि रेवड़ी बांटकर थैंक्यू का अभियान चलवाने वाले सत्ताधारी अगर युवाओं को रोज़गार दें तो वो ‘दोषारोपण संस्कृति’ से बच सकते हैं। रेवड़ी शब्द असंसदीय तो नहीं ?