पूर्व सैनिकों ने साथी की मौत पर एक नीजि अस्पताल के चिकित्सकों पर लगाया लापरवाही का आरोप
पूर्व सैनिक ने की मांग .. पुलिस प्रशासन निजी अस्पताल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर, हमला करने वालों को करे गिरफ्तार
टाकिंग पंजाब
जालंधर। पिछले दिनों सड़क हादसे में एक पूर्व सैनिक बलवंत सिंह बुरी तरह घायल हुआ था। देर रात उन्हें निजी अस्पताल में पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान पूर्व सैनिक की मौत हो गई। इस मौत से गुस्साए पूर्व सैनिकों रामामंडी में एक निजी अस्पताल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। पूर्व सैनिकों का कहना है कि एक तो उनके सदस्य की अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही से मौत हो गई, ऊपर से पुलिस ने केस भी निजी अस्पताल की तरफ से उनके खिलाफ दर्ज कर दिया।
इस मांग को लेकर पूर्व सैनिक रामामंडी में पहले निजी अस्पताल के बाहर इकट्ठा हुए व फिर होशियारपुर रोड पर बैठ गए। इसके बाद पूर्व सैनिक ने नारेबाजी करते हुए हाईवे की जालंधर-लुधियाना और लुधियाना की तरफ से जालंधर को आने वाली दोनों साइडों को धरना लगाकर जाम कर दिया। हाईवे पर धरने के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइनें लग गई, जिसके कारण राहगीरों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। मौके पर पुलिस अधिकारी पहुंचे लेकिन पूर्व सैनिक रामामंडी के निजी अस्पताल के प्रबंधकों व मारपीट करने वाले स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज करवाने पर अड़ गए।
पूर्व सैनिक मांग कर रहे थे कि पुलिस प्रशासन निजी अस्पताल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे व जिन लोगों ने अस्पताल के भीतर पहले हमला किया उन्हें गिरफ्तार किया जाए। इसके अलावा पूर्व सैनिक के इलाज में अस्पताल के जिन चिकित्सकों व स्टाफ ने लापरवाही बरती, उनके खिलाफ भी केस दर्ज किया जाए। वाहनों की लंबी-लंबी लगी कतारों को देखते हुए पुलिस ने प्रागपुर से ही बसों व ट्रकों को कैंट की ओर से रास्ता डाइवर्ट कर दिया गया।
धरने के तुरंत बाद डॉ. बीएस जौहल प्रैस कांफ्रेंस करने प्रैस क्लब पहुंच गए। डॉक्टर जोहल ने अपने ऊपर लगे आरोप को निराधार बताया है। डॉक्टर जौहल ने कहा है कि उस दिन जो लड़ाई हुई थी वह पार्किंग को लेकर हुई थीं। अस्पताल के पास उस घटना की सारी सीसीटीवी फुटेज है। उन्होंने मांग की है कि पुलिस प्रशासन अपनी कार्रवाई करें और जो भी कसूरवार हो उसको सजा दी जाए।