सूत्रों का कहना है कि मंत्री साब को जानबूझ कर उन्हीं कमरों में ले जाया गया, जहां रखे गए थे फटे गद्दे
इन्ही 2 कमरों में रखे गए थे कैदियों के लिए 12 बैड, मंत्री साब ने इन्हीं 2 कमरों का ताला खुलवा क्यों की चैकिंग
सेहत मंत्री चेतन सिंह जौड़ा माजरा के कंधे पर बंदूक रख तो कोई नहीं करना चाहता था अपना उल्लू सीधा…
टाकिंग पंजाब
चंडीगड़। बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर के साछ सेहत मंत्री चेतन सिंह जौड़ा माजरा की तरफ से किए गए र्दुव्यवहार का मामला एक नया मोढ लेता दिखाई दे रहा है। पूरे मामले की परतें अब खुलकर सामने आ रही हैं। सूत्रों की माने तो मंत्री जी की चैकिंग की पूरी कहानी की स्क्रिप्ट पहले ही लिखी जा चुकी थी। इस स्क्रिप्ट के तहत ही मंत्री जी को जानबूझकर उसी कमरे में ले जाया गया, जहां फटे गद्दे पड़े हुए थे, जिसके बाद मंत्री भड़क गए व वीसी को गंदे गद्दे पर लिटा दिया। इस सारे प्रकरण में वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर का आम आदमी पार्टी के जैतो से विधायक अमोलक सिंह के साथ भी विवाद भी मुद्दा बन रहा है। माना जा रहा है कि पिछले विधानसभा सेशन के दौरान विधायक अमोलक सिंह ने वीसी को हटाने की भी मांग की थी। हालांकि सीएम भगवंत मान के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर से अच्छे संबंध होने की वजह से सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
दूसरी तरफ सूत्रों की माने तो वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर की नियुक्ति से कई अफसर भी नाराज थे। वह फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी के इच्छुक थे लेकिन उनके पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए वीसी इसके लिए राजी नहीं हुए। मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा अभी नए हैं, व आप के सभी विधायकों व मंत्रियों में कुछ कर गुजरने का जोश दिख रहा है तो अफसरों ने उन्हें उसी रूम में भिजवा दिया, जहां फटे गद्दे रखे गए थे।
इस सारे प्रकरण पर डॉ. राज बहादुर का भी यह ही कहना था कि जिन कमरों को मंत्री जी ने चेक किया, वह 2 कमरे 2 महीने पहले कैदियों के लिए बनाए गए थे। पहले कैदियों को अलग-अलग वार्ड में रखा जाता था। स्किन डिपार्टमेंट में मरीजों की भर्ती कम रहती है, इसलिए 30 में से 12 बैड कैदियों के लिए रिजर्व कर दिए गए। यह 12 बैड इन्ही 2 कमरों में थे। मंत्री जब आए तो उन्होंने सीधे इसी रिजर्व रूम का ताला खुलवा कर चैक करने को कहा। अगर पंजाब के मुख्यमंत्री इसकी जांच करवाएं तो हो सकता है कि इस प्रकरण में कुछ नया निकल आए। पंजाब सरकार ने अभी वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। सूत्रों की मानें तो सीएम भगवंत मान ने उन्हें इस्तीफा वापस लेकर काम करने को कहा है।