पंजाब के 275 अस्पतालों का 250 करोड़ रुपया बकाया, इनमें 100 सरकारी व 175 निजी अस्पताल शामिल
टाकिंग पंजाब
जालंधर। आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना 25 सितंबर 2019 को देश में लागू हुई थी। वहीं पंजाब में यह योजना आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना के नाम से कार्यान्वित की गई थी परंतु अब इस योजना को लेकर पंजाब में बड़ा प्रश्न खड़ा हो गया है। इस योजना के तहत कार्ड धारकों को पांच लाख रुपये तक के उपचार की निशुल्क सुविधा प्रदान की गई है लेकिन बकाया राशि न मिलने के कारण निजी अस्पतालों ने इलाज करने से मना कर दिया है व अस्पताल के बाहर इलाज न करने का नोटिस भी चिपका रखा है।
अस्पतालों को योजना के तहत भुगतान नहीं होने से मरीजों के इलाज में बाधा आ रही हैै। चंडीगढ़ पीजीआइ ही नहीं, पंजाब के 275 अस्पतालों का भी 250 करोड़ रुपया बकाया है। इनमें 100 सरकारी व 175 निजी अस्पताल शामिल हैं। वहीं, पंजाब के 175 निजी अस्पतालों ने इलाज से मना कर दिया है। सरकारी अस्पतालों में भी फंड की कमी के कारण मरीजों को बिना इलाज लौटना पड़ रहा है।
पंजाब में आयुष्मान योजना के तहत अस्पतालों को बकाया राशि जारी न होने के मामले पर नेशनल हेल्थ अथारिटी के एक अधिकारी ने चिंता जताते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा इसे लेकर पंजाब सरकार को कई बार पत्र लिखा जा चुका है लेकिन पंजाब के अस्पतालों को लंबे समय से बकाया राशि जारी नहीं की गई। अधिकारी ने कहा कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने भी आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं की है व आशंका है कहीं आप सरकार इस योजना को पंजाब में भी बंद न कर दे।