चंडीगढ़। पंजाब की राजाधानी चंडीगढ़ के लोगों के लिए एक नईं परेशानी ने जन्म ले लिया है। कोरोना के बाद अब चंडीगढ़ के लोगों को अब टोमैटो फ्लू के खतरे का डर सताने लग पड़ा है। टोमैटो फ्लू एक वायरल बीमारी है व इस बीमारी का ज्यादा खतरा बच्चों को है। टोमैटो फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी भी जारी की है। हालांकि राहत की बात यह है कि चंडीगढ़ के साथ साथ अभी तक पंजाब भर में टोमैटो फ्लू कोई मरीज नहीं मिला है, लेकिन हेल्थ विभाग ने इस बीमारी को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है।
दरअसल इस वायरल में शरीर के कई हिस्सों पर टमाटर जैसे फफोले बन जाते हैं। शरीर में यह फफोले लाल रंग व छेटे आकार में होते हैं। जब यह फफोले टमाटर के समान बड़े होते हैं, तब वह पूरी तरह विकसित हो जाते हैं। यह एक ऐसा संक्रामक रोग है, जिसके लक्षण कुछ दिनों के बाद अपने आप ही समाप्त हो जाते हैं।
बच्चों में टोमैटो फ्लू के लक्षण आम इंफेक्शन की तरह ही सामने आते हैं। इसमें बच्चों को बुखार, चकत्ते व जोड़ों में दर्द होता है। त्वचा पर रैशेज व जलन पैदा होती है। इसमें बच्चों को थकान, उल्टी, दस्त, बुखार, डायरिया, जोड़ों की सूजन, शरीर दर्द व सामान्य इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
टोमैटो फ्लू इलाज के लिए कोई दवाई अभी नहीं है, लेकिन सेहत विभाग ने कुछ सावधानियां व उपचार बताए हैं। इस बीमारी के लक्षण की शुरुआत से 5 से 7 दिनों के लिए सभी से अलग रहना पड़ता है, ताकि यह संक्रमण अन्य बच्चों या वयस्कों में न फैले। इसमें आराम, बहुत सारे तरल पदार्थ व जलन से राहत के लिए गर्म पानी का स्पंज करना चाहिए। इसके अलावा चकत्ते, बुखार व शरीर में दर्द के लिए पैरासिटामोल दवाई का सेवन करना चाहिए।
अपने बच्चे से कहें कि बुखार या दाने के लक्षण वाले बच्चों को गले न लगाएं या न छुएं। नाक बहने या खांसने की स्थिति में बच्चे को रूमाल का उपयोग करें। टोमैटो फ्लू की चपेट में आने से उस शख्स या बच्चे के सभी बर्तन, कपड़े और अन्य उपयोगी वस्तुओं जैसे बिस्तर को नियमित रूप से अलग व साफ किया जाना चाहिए। त्वचा को साफ करने या बच्चे को नहलाने के लिए हमेशा गर्म पानी का इस्तेमाल करें। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर और संतुलित आहार दें।