सभी ने शिव ज्योति परिवार के पथ-प्रदर्शक स्वर्गीय डॉ. डीडी ज्योति के पदचिह्नों पर चलने का लिया संकल्प
टाकिंग पंजाब
जालंधर। शिव ज्योति पब्लिक स्कूल के संस्थापक स्वर्गीय डॉ. डीडी ज्योति जी की आठवीं पुण्यतिथि पर डॉ. विदुर ज्योति (चेयरमैन ट्रस्ट), डॉ. सुविक्रम ज्योति (मैनेजर, मैनेजिंग कमेटी;जनरल सेक्रेटरी, ट्रस्ट), श्रीमती सुमन ज्योति (मेंबर ऑफ मैनेजिंग कमेटी, ट्रस्टी), श्रीमती प्रवीण सैली (प्रधानाचार्या), श्री क्षितिज ज्योति, श्रीमती महिमा ज्योति (पुत्र एवं पुत्रवधु श्री विदुर ज्योति) श्री आरआरपी शारदा (ट्रस्टी), श्रीमती विभा शारदा (मैनेजर, शिव देवी गर्ल्ज़ हाई स्कूल), श्रीमती सरला भारद्वाज (मेंबर ऑफ मैनेजिंग कमेटी), श्री संजय सभ्रवाल (ट्रस्टी एवं मेंबर ऑफ मैनेजिंग कमेटी), प्रो. सोमनाथ शर्मा जी (मेंबर ऑफ मैनेजिंग कमेटी), श्री अशोक परूथी (ट्रस्टी) ने शिव ज्योति परिवार के साथ हवन यज्ञ में आहुतियाँ डालकर स्वर्गीय डॉ. साहब की आत्मिक शांति हेतु प्रार्थना की व शिव ज्योति परिवार के पथ-प्रदर्शक एवं प्रेरणा पुंज स्वर्गीय डॉ. डीडी ज्योति की पुण्य स्मृति में नतमस्तक होते उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर ट्रस्ट के अंतर्गत आते सभी विद्यालय शिव देवी गर्ल्ज़ हाई स्कूल, शिव ज्योति एलीमेंट्री स्कूल, डॉ. डीडी ज्योति स्कूल के सभी इंचार्ज व अध्यापकों ने भी उपस्थित होकर स्वर्गीय डॉ. साहब को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। यज्ञ प्रार्थना के पश्चात श्रीमती नीता मिसरा के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों द्वारा स्वर्गीय डॉ. डीडी ज्योति के प्रिय भजन गाकर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई। डॉ. विदुर ज्योति ने स्वर्गीय डॉ. साहब की पुण्य स्मृति में नतमस्तक होते हुए अपने संबोधन में कहा कि स्वर्गीय डॉ. साहब चिकित्सा के क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में एवं अपने जनसेवा के अप्रतिम कार्यों और पुनीत विचारों के माध्यम से सर्वदा हम सबके हृदय में रहेंगे। उन्होंने ट्रस्ट के अंतर्गत आते सभी विद्यालयों के स्टाफ़ को विद्या के इस मंदिर की उत्तरोत्तर प्रगति एवं कीर्ति हेतु आत्मनिरीक्षण करने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया। डॉ. सुविक्रम ज्योति ने डॉ. साहब को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके द्वारा सामाजिक व्यवहार, कर्त्तव्यनिष्ठा एवं सेवा भावना की शिक्षा हमें कर्त्तव्य पथ पर निरन्तरता से आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है, उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लेना ही डॉ. साहब को सच्ची श्रद्धांजलि है।