कहा.. अफसर मोबाइल फोन दफ्तर अंदर लाने की इजाजत नहीं देता, तो वह जरूर अंदर कुछ गलत कर रहे होंगे
टॉकिंग पंजाब
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने के लिए एक नंबर जारी किया था। इसके बाद लोग सरकारी दफ्तरों में मोबाइल के जरिये वीडियो बना भ्रष्टाचार की पोल खोलना शुरू हो गए थे।
इसके बाद तो कुछ अफसरों ने अपने दफ्तर के दरवाजे पर मोबाइल नॉट अलाउड के बोर्ड तक लगा दिए थे। इसको मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लेते हुए बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि सरकारी दफ्तरों में मोबाइल फोन पर पाबंदी लगाना भी एक तरह की करप्शन है।
उन्होंने कहा कि दफ्तर में मोबाइल नॉट अलाउड के बोर्ड लगाना सरासर गलत है। अगर कोई भी अफसर मोबाइल फोन दफ्तर के अंदर लाने की इजाजत नहीं देता है तो इसका मतलब यह है कि वह जरूर अंदर कुछ गलत कर रहे होंगे।
सीएम मान ने आदेश जारी किए हैं कि दफ्तर में मोबाइल फोन मना करने पर अफसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएम मान ने कहा कि जब भ्रष्टाचार के खिलाफ एक नंबर जारी किया गया तो अफसरों ने अपने दफ्तर के दरवाजे पर मोबाइल नॉट अलाउड के बोर्ड लगा दिए थे जिसके चलते यह एक्शन लिया गया है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मामले में यह कोई कुछ सालों का नहीं बल्कि 70 सालों का ताना-बाना है जिसे सुलझाने में समय लगेगा। उनकी सरकार को तो अभी 7 महीने हुए हैं।