सरकारी बसें बंद होने के कारण बस स्टैंड के बाहर लगी निजी बसों की कतारें… लोग हो रहे परेशान
टाकिंग पंजाब
जालंधर। चंडीगढ़ रूट की बटाला की बस में हुई विभागीय जांच में कंडक्टर प्रितपाल सिंह को बिना टिकट यात्री बिठाने के आरोप के बाद निलंबित कर दिया गया था व मामले की जांच पंजाब रोडवेज अमृतसर के जीएम को सौंपी गई। जिसके विरोध में कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन ने पंजाब के 12 डिपो में विरोध प्रदर्शन किया था। अब पंजाब रोडवेज, पनबस व पीआरटीसी कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन की जालंधर इकाई ने शनिवार को जालंधर के दोनों डिपो बंद करके विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
उन्होंने शहीद-ए-आजम शहीद भगत सिंह बस टर्मिनल के गेट के समक्ष नारेबाजी करनी शुरू कर दी है। सरकारी बसें बंद होने के कारण बस स्टैंड के बाहर निजी बसों की कतारें लग गई हैं। कांट्रेक्ट वर्कर्स के धरने के कारण बहुत कम सरकारी बसें ही रवाना हो सकी हैं। निजी बसें बस स्टैंड के बाहरी क्षेत्र से रवाना हो रही हैं, जो ट्रैफिक जाम की वजह बन रही हैं।
वहीं, यात्रियों को भी बसें पकड़ने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विशेषकर अंतरराज्यीय रूट बंद हो जाने के कारण अन्य राज्यों से आने वाले यात्री बहुत परेशान हैं। हालांकि, यूनियन की तरफ से एनआरआइ यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर एयरपोर्ट वोल्वो एक्सप्रेस सेवा को फिलहाल जारी रखा गया है। एयरपोर्ट वोल्वो बस स्टैंड के भीतर से ही गही रवाना हो रही है। मौके पर आला पुलिस अधकारी पहुंच रहे हैं व यूनियन पदाधिकारियों को धरना खत्म करने एव बस स्टैंड को खोल देने की अपील कर रहे हैं।
यूनियन का कहना है कि जब तक विभाग के अधिकारी और सरकार संस्पेंड कंडक्टर को बहाल नहीं करते, फिरोजपुर डिपो में जो तबादले किए गए हैं उन्हें रद्द नहीं करते व आउटसोर्स की जगह पक्की भर्ती नहीं करती तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा व 15 दिनों के अंदर यदि ऐसा ना किया गया तो इसके बाद यूनियन बैठक कर संघर्ष की अगली रणनीति बनाएगी।