आज दुनिया में लगभग 12,700 परमाणु हथियार.. परमाणु महाशक्ति देशों की सूची में रूस सबसे ऊपर
टाकिंग पंजाब
नईं दिल्ली। आज के समय में परमाणू हथियारों को पाने की होड़ में हर देश लगा हुआ है। इस समय दुनिया बारूद के ढेर पर बैठी है, जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आज दुनिया में लगभग 12,700 परमाणु हथियार हैं, जो दुनिया के लिए कभी भी खतरा बन सकते हैं। फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट के अनुसार अनुमान है कि आज दुनिया में लगभग 12,700 परमाणु हथियार है। इसमें अनुमानित 5,977 हथियार के साथ रूस परमाणु महाशक्ति देशों की सूची में सबसे ऊपर बना हुआ है। एफएएस के अनुसार भले ही शीत युद्ध के बाद से परमाणु हथियारों के शस्त्रागार में कमी देखी गई हो, लेकिन पहले की तुलना में दुनिया की परमाणु हथियारों वाले देशों की लिस्ट अभी भी बहुत बड़ी है। रिपोर्ट अनुसार 2022 की शुरुआत तक दुनिया भर के 9 देशों के पास लगभग 12,700 वॉरहेड थे। वहीं स्वीडिश हथियारों की निगरानी करने वाली संस्था स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट अनुसार जनवरी 2022 में भारत ने अपने परमाणु हथियारों के भंडार को 156 से बढ़ाकर 160 कर दिया है। यह ऐसे समय में हुआ जब चीन ने नए लांचरों को सक्रिय किया व पाकिस्तान ने विकास करना जारी रखा। ऐसा लगता है कि भारत व पाकिस्तान अपने परमाणु शस्त्रागार का विस्तार कर रहे हैं। एक परमाणु वॉरहेड या परमाणु हथियार को सबसे विनाशकारी माना जाता है। एक युद्द ने संयुक्त राज्य अमेरिका व सोवियत संघ के बीच हथियारों की दौड़ बढ़ा दिया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 1986 में दोनों देशों के बीच परमाणु हथियारों की दौड़ अपने चरम पर थी। उस दौरान सोवियत संघ के पास 40 हजार से अधिक परमाणु हथियार थे, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका के पास 23 हजार थे। माना जा रहा है कि रूस व संयुक्त राज्य अमेरिका के पास दुनिया भर के सभी परमाणु हथियारों का 90 प्रतिशत हिस्सा है। फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स के अनुसार अनुमान है कि आज दुनिया में लगभग 12,700 परमाणु हथियार हैं। एफएएस अनुसार रूस परमाणु हथियारों वाले देशों की सूची में सबसे ऊपर है। अनुमान है कि इसके पास 5,977 हथियार हैं। इसमें से 1,458 सक्रिय रूप से तैनात हैं व 3039 निष्क्रिय हैं, लेकिन सक्रिय होने के लिए उपलब्ध हैं। इसके अलावा 1760 रिटायर्ड हैं। वहीं संयुक्त राज्य अमेरिका की संख्या भी इसके करीब ही है। इसके पास 5550 परमाणु हथियार हैं, जिनमें से 1389 सक्रिय हैं, 2361 निष्क्रिय लेकिन उपलब्ध हैं व 1800 नष्ट होने वाले हैं। हाल के आंकड़े इस तथ्य को भी बताते हैं कि वैश्विक सैन्य भंडारों में हथियारों की संख्या एक बार फिर से बढ़ रही है। इसमें फ़्रांस व इज़राइल इन्वेंट्री बनाए रख रहे हैं। यह भी अनुमान लगाया गया है कि चीन, भारत, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान व यूनाइटेड किंगडम व साथ ही संभवतः रूस, सभी अगले कुछ वर्षों में अपने भंडार बढ़ा रहे हैं। शीर्ष देशों के पास बढ़ती परमाणू ताकत ने दुनिया को बारूद के ढेर पर लाकर खड़ा कर दिया है व यह बढ़ती परमाणू ताकत कहीं किसी विनाश का कारण न बन जाए।