कहा, यह अमृतकाल का पहला बजट.. बजट के सात आधार को बताया सप्तर्षि
टाकिंग पंजाब
नईं दिल्ली। इस साल 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव व अगले साल लोकसभा चुनाव हैं। इन चुनावों को देखते हुए वित्त मंत्रालय से जैसी उम्मीद थी, वैसा ही बजट तैयार किया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना 5वां व देश का 75वां बजट पेश कर रही हैं। वित्त मंत्री सीतारमण का कहना है कि यह अमृतकाल का पहला बजट है, जो पिछले बजट में खड़ी की गई नींव पर पड़ा है। वित्त मत्री निर्मला सीतारमण ने तो इस बजट के सात आधार बताते हुए इसे सप्तर्षि कहा गया है। उन्होंने कहा कि इस बजट के सात आधार समावेशी विकास, वंचितों को वरीयता, बुनियादी ढांचे व निवेश, क्षमता विस्तार, हरित विकास, युवा शक्ति, व वित्तीय क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि हम ऐसा भारत चाहते हैं, जहां महिलाओं, किसानों, अनुसूचित जाति समेत सभी को जगह मिले।भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही है। हमने 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 28 महीने तक मुफ्त राशन दिया। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। 2014 से ही सरकार की कोशिश लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाना और क्वालिटी देना रहा है। प्रतिव्यक्ति आय 1.97 लाख यानी दोगुने से ज्यादा हो गई है। दुनिया भारत को चमकदार सितारे की तरह देख रही है। ग्लोबल स्लोडाउन के चलते हमारी विकास दर 7 प्रतिशत रही है। अगले 3 साल में 740 एकलव्य स्कूलों के लिए 38 हजार 800 टीचर्स और सपोर्ट स्टाफ नियुक्त किए जाएंगे। इस बजट से उम्मीद की बात करें तो पिछले 8 साल से कुछ नहीं बदला है, लेकिन चुनावी बजट होने के चलते इस बार टैक्स में छूट का दायरा बढ़ सकता है। आपको बता दें कि 2014 में छूट की सीमा ढाई लाख की गई थी, जिसे 5 लाख किया जा सकता है। छूट बढ़ी तो लोअर इनकम क्लास को राहत मिलेगी।