पंजाब के मुख्यमंत्री ने वित्त मंत्री से की थी बॉर्डर बेल्ट के लिए 2500 करोड़ का स्पेशल इंडस्ट्रियल पैकेज देने की मांग
टाकिंग पंजाब
नईं दिल्ली। सीमावर्ती जिलों को विकसित करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री ने जो वित्त मंत्री के समक्ष विशेष पैकेज देने की मांग रखी थी, उसे बजट में दरकिरनार कर दिया गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वित्त मंत्री से मुलाकात कर बॉर्डर बेल्ट के लिए 2500 करोड़ रुपए का स्पेशल इंडस्ट्रियल पैकेज देने की मांग की थी, जिसे इस बजट में जगह नहीं मिल पाई है। केंद्रीय पंजाब की बॉर्डर बेल्ट में अमृतसर, पठानकोट, गुरदासपुर, तरनतारन, फिरोजपुर व फाजिल्का जिले आते हैं, लेकिन पंजाब या बॉर्डर बेल्ट के लिए बजट में कुछ नहीं रखा गया, जिसके चलते वित्त मंत्री ने पंजाब को बड़ा झटका दिया है। हालांकि वित्त मंत्री ने देश में 17 मेडिकल व 140 नर्सिंग कॉलेज खोलने की बात कही है, लेकिन किस स्टेट को यह मेडिकल व नर्सिंग कॉलेज मिलेंगे, इस पर अभी स्थिति साफ नहीं है। पंजाब सरकार को उम्मीद है कि वित्त मंत्री पंजाब को यह तोहफा दे सकती हैं। इसके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर-नई दिल्ली व बठिंडा-नई दिल्ली के बीच वंदे-भारत को शुरू करने की मांग कर रखी है। वित्त मंत्री ने रेलवे बजट में नई वंदे-भारत शुरू करने की बात भी कही है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि नई शुरू होने वाली वंदे-भारत ट्रेनों में वित्त-मंत्री पंजाब को भी जगह दे सकती हैं। अगर इस बजट से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की अमृतसर-नई दिल्ली व बठिंडा-नई दिल्ली के बीच वंदे-भारत को शुरू करने की मांग पूरी हो जाती है तो यह पंजाब के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। उधर पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा है कि केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण पंजाब के 2016-17 में बिगड़े क्रेडिट लिमिट अकाउंट को दुरुस्त करें। इसके लिए नीति आयोग की गठित कमेटी ने कहा था कि 6155 करोड़ रुपए पंजाब दिए जाने चाहिए थे, लेकिन वो आज तक नहीं मिले। उन्होंने कहा कि 31 हजार करोड़ की क्रेडिट लिमिट में से 12 हजार करोड़ रुपए वित्त मंत्री पंजाब को दें।