मुख्य सचेतक भरत गोगावाले के नेतृत्व में विधायक पहुंचे शिवसेना कार्यालय … बजट सत्र से पहले की विशेष बैठक
टाकिंग पंजाब
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में उद्धव ठाकरे का समय ठीक नहीं चल रहा है। किसी समय शिव सेना स्वंयशभू रहे बाल ठाकरे के देहांत के बाद से ही उद्धव ठाकरे के लिए सभी कुछ विपरीत होना शुरू हो गया था। आज हालात यह हैं कि उद्धव ठाकरे के हाथ से महाराष्ट्र की सत्ता तो गई ही साथ ही साथ ‘शिवसेना’ व चुनाव चिन्ह ‘धनुष और तीर’ भी हाथ से निकलता दिखाई दे रहा है।
सत्ता व पार्टी का नाम व चुनाव चिन्ह निकलने के बाद तो उद्धव ठाकरे से अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट के नेता महाराष्ट्र विधानमंडल में पार्टी कार्यालय भी पहुंच गए हैं। उधर दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे गुट ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम ‘शिवसेना’ व चुनाव चिन्ह ‘धनुष और तीर’ दिए जाने के चुनाव आयोग के कदम को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष याचिका दाखिल की है।
उद्धव गुट के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयोग के आदेश के खिलाफ अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट से जल्द सुनवाई की मांग की है। इस पर शीर्ष अदालत ने तत्काल सुनवाई से इंकार करते हुए उन्हें इस संबंधी कल आने को कहा है। मैटर का जिक्र कल करने को कहा। सुप्रीम कोर्ट का कहना था कि आपने अपनी अर्जी को जल्द सुनवाई की मांग को मेंशनिंग लिस्ट में शामिल नहीं किया है। बिना लिस्ट में शामिल किए कोई तारीख अदालत की ओर से नहीं दी जा सकती। आप पहले जरूरी औपचारिकता पूरी करके कल आइए। अब इस मामले की मंगलवार को सुनवाई होने की संभावना है।