पिछले दिनों पार्टी ने बंटी को जारी किया था कारण बताओ नोटिस.. बंटी ने नहीं दिया था नोटिस का जवाब
टाकिंग पंजाब
जालंधर। मंगलवार को जालंधर के डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी के दिए गए इस्तीफे में कुछ ओर बातें निकल कर सामने आईं हैं। सामने आया है कि पंजाब कांग्रेस के राजा वडिंग ने उन्हें 1 अगस्त को पार्टी से बर्खास्त कर दिया था। अपने बर्खास्त होने का जैसे ही बंटी को पता चला तो उनहोंने आनन-फानन में अपना इस्तीफा देकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पार्टी से बर्खास्त किए जाने पर बंटी का कहना है कि उन्होंने तो 15 जुलाई को ही अपना इस्तीफा पार्टी को भेज दिया था। उन्हें बर्खास्त तो मात्र पार्टी की साख बचाने के लिए किया गया है।
दरअस्ल कांग्रेस प्रधान बंटी की पार्टी विरोधी गतिविधियों से नाराज चल रहे थे। यह ही नहीं, पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के समर्थन को लेकर वह लगातार पार्टी के निशाने पर थे। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों पार्टी ने बंटी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था, लेकिन उन्होंने नोटिस का जवाब नहीं दिया। सूत्रों की माने तो उसके बाद कई बार उन्होंने हाईकमान से संपर्क साधकर समझौते की बात की थी। अंत मे जब पार्टी व डिप्टी मेयर के बीच कोई बात न बनी सकी तो हाईकमान ने बंटी को स्पष्ट कह दिया था कि अगर पूर्व विधायक सुशील रिंकू को मना लें तो ही कुछ बात बन सकती है, अन्यथा उनके निष्कासन की लेटर तैयार हो चुकी है।
पूर्व विधायक सुशील रिंकू इस बात पर अड़ गए थे कि जिन्होंने पार्टी का नुकसान किया है, उन्हें यहां नहीं रहने देना है। इस दौरान जब पूर्व विधायक सुशील रिंकू व डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी के बीच सुलह नहीं हो पाई तो पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने एक अगस्त को हरसिमरनजीत सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में 6 साल के लिए पार्टी से बर्खास्त कर दिया था। डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत बंटी को छह साल से पार्टी से निकालने की एक चिट्ठी सार्वजनिक हुई है। यह चिट्ठी एक अगस्त को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने जारी की थी। अब यह तय मान जा रहा है कि हरसिमरनजीत सिंह बंटी आप का दामन थाम सकते हैं। आपको बता दें कि इससे पहले बंटी के भाई शंटी आम आदमी पार्टी ज्वाईन कर चुके हैं व जल्द ही बंटी के भी आप में ज्जावाईन करने की घोषणा हो सकती है।