डॉ. संजीव शर्मा बोले, पंजाब में हर अमन पसंद इंसान है डरा हुआ.. कोई नहीं चाहता कि पंजाब में काले दिन आएं वापस
टाकिंग पंजाब
जालंधर। वारिस पंजाब दे के मुखी भाई अमृतपाल सिंह के समर्थकों की तरफ से अजनाला पुलिस थाने पर किए गए हमले को लेकर पंजाब की मान सरकार विरोधियों के निशाने पर है। विपक्षी पार्टीयों के नेताओं का कहना है कि इस समय पंजाब की कानून व्यवस्था बिगड़ रही है। अजनाला में हुए उग्र प्रर्दशन पर डॉ. संजीव शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। टाकिंग पंजाब से बात करते हुए उन्होंने पंजाब में बिगड़ रही कानून व्यवस्था की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। डॉ. संजीव शर्मा ने कहा है कि अजनाला में जो कुछ हुआ उससे पंजाब के लोगों के मन में डर का माहौल पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों को आतंकवाद के पुराने काले दिन याद आ गए हैं। कोई भी शांति पसंद इंसान, चाहे व हिंदू हो, सिख हो, मुस्लमान या अन्य धर्म का हो, नहीं चाहता है कि वह दिन दोबारा पंजाब में वापस आएं। उन्होंने कहा कि पंजाब के उस काले दौर को गुजरे 40 साल के करीब हो गए हैं। पंजाब के यूथ को तो इस काले दौर के बारे में पता भी नहीं है कि उस समय पंजाब ने इस काले दौर को खत्म करने के लिए कितनी भारी कीमत चुकाई थी। इसलिए पंजाब में माहौल शांतमयी रहे, इसके लिए सभी को पार्टीबाजी व राजनीति से उपर उठकर सोचना होगा। उन्होंने कहा कि पंजाब में हालात एक बार फिर से बिगड़ रहे हैं व दिन-प्रतिदिन स्थिति बद से बदतर हो रही है। इससे पहले की बहुत देर हो जाए, सरकार को एक्शन लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि जब मीडिया ने एसएसपी से पुलिस कर्मियों के साथ हुई मारपीट मामले में एफआईआर दर्ज करने की बात पूछी तो उन्होंने इस पर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया है। इससे स्पष्ट होता है कि एफआईआर दर्ज करके भी पुलिस ने अपना काम ठीक ढंग से नहीं किया। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री देश भर के कारोबारियों को पंजाब में इंवेस्ट करने के लिए पंजाब आने का आमंत्रण दे रहे हैं, लेकिन ऐसे हालातों में देश के बड़े राज्यों के कारोबारी पंजाब में आकर अपना कारोबार स्थापित करना नहीं चाहेंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पंजाब की अमन शांति की तरफ गंभीरता से ध्यान देना चाहिए, नही तो स्थिति हाथ से निकलते देर नहीं लगेगी।