लालू यादव की बेटी ने ट्वीट कर कहा..‘लालू जी और लालू जी का परिवार डरना नहीं लड़ना जानते हैं..
टाकिंग पंजाब
पटना। लैंड फॉर जॉब स्कैम केस में ईडी ने आज लालू प्रसाद यादव के बेटे व बेटियों के घरों में दबिश दी। इसके अलावा लालू यादव के करीबियों पर भी ईडी का शिंकजा कसता नजर आ रहा है। ईडी ने लालू प्रसाद यादव के करीबियों के दिल्ली, मुंबई, नोएडा व पटना स्थित 15 स्थानों पर छापेमारी की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लालू यादव की तीन बेटियों के घर भी रेड की गई है। इनमें से हेमा, रागिनी व चंदा का घर दिल्ली में है, जिनके घर पर ईडी की टीम मौजूद है। पटना में आरजेडी के पूर्व विधायक के अबू दोजाना के घर पर भी ईडी की टीम पहुंची है। यहां भी तलाशी ली जा रही है। सूत्रों की मानें तो बिहार के उप मुख्यमंत्री व लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव के दिल्ली आवास पर भी ईडी की टीम ने दस्तक दी है। उधर ईडी की इस कार्रवाई पर लालू यादव की बेटी रोहिणी ने दो ट्वीट करके भाजपा पर निशाना साधा है। रोहिणी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘लालू जी और लालू जी का परिवार डरना नहीं लड़ना जानते हैं..। इसके बाद दूसरे ट्वीट में लिखा ‘ भाजपा सरकार का हिटलर शाही फरमान है, ईमान बेचने का पैगाम है, मगर झुकने को तैयार नहीं, बिहारी माटी का जो लालू तेजस्वी लाल है..’इसके अलावा उन्होंने एक ओर ट्वीट किया था, जिसमें लिखा था, ‘छापे पर छापा भाजपा ने खोया जो आपा। इससे पहले सीबीआई की चार्जशीट पर 27 फरवरी को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, पूर्व सीएम व उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बड़ी बेटी व राज्यसभा सांसद मीसा भारती को जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में समन जारी किया था, जिसमें 15 मार्च को कोर्ट में सभी को पेश होने के आदेश दिए गए हैं। आपको बता दें कि सीबीआई ने मई 2022 में लालू, राबड़ी देवी, उनकी बेटियों मीसा भारती व हेमा यादव समेत 17 ठिकानों पर छापेमारी 16 लोगों पर एफआईआर दर्ज की थी। सीबीआई ने 24 अगस्त 2022 को एक बार फिर से आरजेडी नेताओं के यहां छापेमारी की थी। लालू के 2004 से 2009 तक रेलमंत्री रहते हुए लैंड फॉर जॉब स्कैम हुआ था। इसके तहत लालू व उनके परिवार वालों पर रेलवे में नौकरी दिलाने के बदले जमीन लेने का आरोप है। इस मामले में सीबीआई ने मई 2022 में लालू व उनके परिवार पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया था। सीबीआई का आरोप था कि लालू यादव के परिवार ने बिहार में 1 लाख स्क्वायर फीट से ज्यादा जमीन महज 26 लाख रुपए में हासिल कर ली, जबकि उस समय के सर्कल रेट के अनुसार जमीन की कीमत करीब 4.39 करोड़ रुपए थी।