पुलिस बोली, हुलिया बदलकर भागा अमृतपाल..
अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर हरियाणा, चंडीगढ़ और हिमाचल में अलर्ट किया गया जारी
टाकिंग पंजाब
अमृतसर। पुलिस के लाख कोशिश के बावजूद भी अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस को शक है कि अमृतपाल सिंह भेष बदल कर देश फरार होने की ताक में है। का शक है। पुलिस ने मंगलवार को अमृतपाल सिंह की कई तस्वीरें जारी कर सभी राज्यों के साथ साझा किया है। वहीं एयरपोर्ट, सीमा सुरक्षा बल और सशस्त्र सीमा बल को सभी तस्वीरें भेजी गई हैं। आशंका है कि अमृतपाल दूसरे राज्यों के रास्ते पंजाब से भाग सकता है। यही वजह है कि पंजाब पुलिस ने अन्य राज्यों से भी संपर्क किया है। पंजाब पुलिस के आईजी (मुख्यालय) सुखचैन सिंह गिल का कहना है कि अन्य राज्यों से अच्छा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने लोगों से भी अमृतपाल को गिरफ्तार कराने में सहयोग देने की अपील की। साथ ही उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया है। उधर अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर हरियाणा, चंडीगढ़ और हिमाचल में अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब पुलिस को आशंका है कि अमृतपाल पड़ोसी राज्यों में छिप सकता है या इन राज्यों के रास्ते देश के अन्य राज्यों में जा सकता है, जहां उसे छिपने में मुश्किल न हो। आशंका यह भी जताई जा रही है कि अमृतपाल पाकिस्तान भी भाग सकता है। इसके बाद केंद्र सरकार ने सीमा सुरक्षा बल को अलर्ट कर दिया है। पंजाब से लगने वाली 550 किमी लंबी पाकिस्तान की सीमा पर बीएसएफ जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है। वहीं नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल के जवान मुस्तैद हैं। गृह मंत्रालय ने सीमा सुरक्षा बल और सशस्त्र सीमा बल को सतर्क करने का आदेश दिया है। अमृतपाल को भागने में मदद करने वाले 4 अरेस्ट
आईजी सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि अमृतपाल को भगाने में मदद करने वाले चार साथियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस की नजर से बचने के लिए अमृतपाल ने अपना हुलिया भी बदल लिया है। पुलिस का मानना है कि अंतिम बार वह मोटरसाइकिल पर तीन लोगों के साथ भागा है। आईजी सुखचैन सिंह ने कहा कि अमृतपाल सिंह अंत में अपने चार साथियों मनप्रीत मन्ना निवासी नवा किला शाहकोट, गुरदीप दीपा निवासी बल नकोदर, हरप्रीत एलिया हैप्पी और गुरभेज भेज्जा की मदद से ब्रीजा कार में भागा था। यह ब्रेजा कार को पुलिस ने मनप्रीत मन्ना के घर से बरामद कर लिया है। इसके साथ ही मन्ना, दीपा, हैप्पी और भेजा को भी अरेस्ट किया है।नंगल अंबिया के गुरुद्वारा में छोड़ गया किरपाण