ऑपरेशन में मारे जा चुके हैं बीएलए के 27 लड़ाके .. पाक सेना के भी 30 जवानों की हो चुकी है मौत.. चैंपियन ट्राफी में पाक में अपनी किक्रेट टीम न भेजना रहा भारत का बेहतरीन फैंसला
टाकिंग पंजाब
कराची। पाक में हाल ही में हुई चैंपियन ट्राफी में भारत के पाक में न खेलने पर कितना हो-हल्ला हुआ था। पाक की सरकार से लेकर पाक किक्रेटएसोसिऐशन व पाक मीडिया ने पाक को शांति वाला मुल्क बताया था। लेकिन हाल ही में पाक में हाईजेक हुई ट्रेन ने पाक में कितनी शांति है, इसको सभी मुल्कों के सामने लाकर रख दिया है। गणिमत रहा कि चैंपियन ट्राफी के दौरान किसी देश के खिलाड़ी या टीम से कोई अनहोनी नहीं हुई। अगर ऐसा कुछ हो जाता तो पाक पूरी दुनिया को क्या मुंह दिखाता। फिल्हाल इस ट्रेन हाईजेक मामले के सामने आने के बाद सभी को लग रहा होगा कि भारत ने अपनी टीम को पाक न भेजकर अच्छा ही किया। हालांकि बलूच लिबरेशन आर्मी द्वारा हाईजैक की गई जाफर एक्सप्रेस ट्रेन से बंधकों को छुड़ाने के लिए पाकिस्तान आर्मी लगातार ऑपरेशन चला रही है, लेकिन इस हादसे में कईं लोगों व आर्मी के जवानों के मारे जाने की भी खबर। न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक सुरक्षाबलों ने अब तक 155 बंधकों का रेस्क्यू कर लिया है। इस ऑपरेशन में बीएलए के 27 लड़ाके मारे जा चुके हैं, जबकि पाक सेना के भी 30 जवानों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक सभी बंधकों को रिहाई नहीं हो जाती, तब तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा। बीएलए के कब्जे से छुड़ाकर उन्हें दूसरी ट्रेन से बलूचिस्तान के काछी जिले के एक शहर मच्छ के लिए भेज दिया गया है।हालांकि बचे हुए यात्रियों का क्या हुआ, यह अभी तक पता नहीं चल पाया है। पाकिस्तानी अधिकारियों का अनुमान है कि बीएलए के पास करीब 3 हजार लड़ाके हैं। बीएलए लगातार पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को निशाना बनाता रहा है। इसने नागरिकों के साथ-साथ चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे से जुड़ी परियोजनाओं पर काम कर रहे चीनी नागरिकों पर भी हमला किया है। पीटीआई के मुताबिक पाकिस्तान के एक अधिकारी ने कहा कि जब तक सभी बंधक यात्रियों को ट्रेन से निकाल नहीं लिया जाता, तब तक बीएलए के लड़ाकों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। बताया जा रहा है कि लड़ाके कुछ यात्रियों को पहाड़ी इलाकों में लेकर गए, जहां सुरक्षाबलों ने उनका अंधेरे में पीछा किया व कुछ यात्रियों को उनके कब्जे से छुड़ाया। पाकिस्तान के अधिकारियों ने बताया कि बीएलए के लड़ाकों ने अंधेरे का फायदा उठाकर भागने के लिए छोटे-छोटे ग्रुप बन लिए, लेकिन सुरक्षा बलों ने सुरंग को घेर लिया है। जल्द ही सभी यात्रियों को बचा लिया जाएगा। पाकिस्तान के एक सीनियर पुलिस अधिकारी राणा दिलावर ने बताया कि बुधवार सुबह तक ट्रेन घटनास्थल पर ही खड़ी है व हथियारबंद लोगों ने यात्रियों को बंधक बना रखा है। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में हेलीकॉप्टर और अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक कुछ लड़ाके आत्मघाती जैकेट पहने हुए हैं और वो यात्रियों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए पाक सेना सावधानी के साथ आगे बढ़ रही है। पाक मीडिया ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इस हमले का मास्टरमाइंड अफगानिस्तान में है व हमलावर सैटेलाइट फोन के जरिए उससे बातचीत कर रहे हैं। बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस हाईजैक पर इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने कहा कि यह पूरी तरह से खुफिय विभाग की विफलता है। पीटीआई ने एक्स पर लिखा है कि ‘बलूचिस्तान की हालत बहुत खराब है। खुफिया एजेंसियों के कर्ता-धर्ता कहां हैं ? ऐसी घटनाओं को रोकना खुफिया विभाग का काम है, लेकिन वे इसके बजाय पीटीआई कार्यकर्ताओं का पीछा कर रहे हैं। खुफिया एजेंसियों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए। उधर, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियोगुटेरस ने पाकिस्तान ट्रेन हाईजैक की कड़े शब्दों में निंदा की है। यूएन प्रवक्ता स्टीफन डुजेरिक ने कहा कि महासचिव ने बलूच लिबरेशन आर्मी से बंधकों को तुरंत रिहा करने की अपील की है। पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग ने ट्रेन हाईजैक घटना पर गंभीर चिंता जताई और बीएलए से मांग करते हुए कहा कि सभी बंधकों को तुरंत रिहा किया जाए।