पंजाब में इंटरनेट बंद करने व आरोपियों की गिरफ्तारी खिलाफ किया साउदर्न डिस्टिक्ट कोर्ट का रुख
टाकिंग पंजाब
अमृतसर। एक तरफ जहां पुलिस व एजेंसिया खालिस्तान समर्थक अमृतपाल को ढूंढने में लगी हैं, वहीं दूसरी तरफ सिख फॉर जस्टिस का आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू पुलिस व सरकार की इस कार्रवाई खिलाफ अमेरिका की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट पहुंच गया है। सूत्रों व सामने आए कागजातों के अनुसार आतंकी पन्नू ने कोर्ट के माध्यम से कंसोलिडेटेड जनरल ऑफ इंडिया को पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान व पंजाब के जीडीपी गौरव यादव के नाम से सम्मन तक भेज दिेया हैं। माना जा रहा है कि इसका जवाब उन्हें 21 दिन में भेजना होगा। यह शिकायत रूल 12 फेड्रल रूल ऑफ सिविल प्रोसीजर के अंतर्गत दी गई है। आतंकी पन्नू ने अपनी वीडियो जारी करते हुए कहा है कि पंजाब में पहले सिख रिफ्रैंडम व अब खालसा वहीर के साथ जुड़ने वाले युवाओं के परिवारों को परेशान किया जा रहा है व मारा जा रहा है। इसी के खिलाफ वह अब अमेरिकी कोर्ट में गया है। पन्नू का कहना है कि सरकार की तरफ से पंजाब में इंटरनेट बंद करने व 400 के करीब आरोपियों की गिरफ्तारी के खिलाफ ही उसने न्यूयार्क की साउदर्न डिस्टिक्ट कोर्ट का रुख किया है। इतना ही नहीं, इस वीडियो में आतंकी पन्नू ने भारतीय पुलिस व अधिकारियों के परिवारों को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी है। आतंकी पन्नू का कहना है कि पंजाब में युवाओं को मारा-पीटा जा रहा है। अगर किसी पुलिस वाले और अधिकारियों के पारिवारिक सदस्य अगर अमेरिका व कनाडा में बसे हैं तो उन्हें ढूंढ ढूंढ कर मारा जाएगा। इतना ही नहीं उनके बच्चों पर यहां अमेरिका व कनाडा में केस किए जाएंगे। इस बीच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में अमृतपाल की गिरफ्तारी के दावे वाली याचिका पर सुनवाई हुई। इस दौरान पंजाब के एडवोकेट जनरल विनोद घई ने अमृतपाल के वकील को कहा कि वे सबूत दें कि अमृतपाल पुलिस की कस्टडी में है। अमृतपाल के वकील ने कहा कि अखबारों में खबरें लगी हैं, CCTV फुटेज आई हैं। हाईकोर्ट ने कहा कि खबरें लगने का मतलब सबूत नहीं है। अगर आपके पास फुटेज है तो उसे लेकर आएं। इसके बाद हाईकोर्ट ने इस मामले में अमृतपाल के वकील को एफिडेविट फाइल करने को कहा है। इसके अलावा पंजाब पुलिस के IG से भी एफिडेविट मांगा गया है कि इस मामले में अब तक पुलिस ने क्या कार्रवाई की?। हाईकोर्ट ने अमृतपाल के वकील को कहा कि वह गिरफ्तारी का कोई सबूत लाएं तो वारंट अफसर नियुक्त कर देंगे। हाईकोर्ट में पंजाब के AG ने दावा किया है कि अमृतपाल को पकड़ने के नजदीक हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 11 अप्रैल को होगी।