प्रधानमंत्री बोले.. विरोधी कितना भी बड़ा गठबंधन कर लें…सभी भ्रष्ट लोगों को मंच पर आने दें…मोदी पीछे हटने वाला नहीं है
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की कार्रवाई से कुछ लोग नाराज हैं, लेकिन वह भ्रष्टाचार व भाई-भतीजावाद के खिलाफ इस लड़ाई में वह पीछे नहीं हटेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कुछ लोग जो नाराज हैं वह अपनी ‘साजिशों’ में सफल नहीं होंगे, क्योंकि विरोधियों की लड़ाई उनके साथ नहीं, बल्कि आम लोगों के खिलाफ है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से सरकारी योजनाओं व अन्य खर्चों में हजारों करोड़ रुपए की लीकेज खत्म हो गई है, जिससे कुछ लोगों के लिए भ्रष्टाचार का स्रोत रुक गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे में वह उन्हें गाली नहीं देंगे तो और क्या करेंगे ? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जन धन बैंक खाते, आधार व मोबाइल फोन के इस्तेमाल से विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के 10 करोड़ फर्जी लाभार्थी बाहर हो गए। उन्होंने कहा कि विपक्ष के समय ऐसे लोगों को धन भेजा जाता था, जिनका अस्तित्व ही नहीं था। इन लोगों की संख्या दिल्ली, पंजाब और हरियाणा की संयुक्त आबादी से बड़ी थी। उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार का स्रोत था और अब इसे रोक दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ‘‘वह (विरोधी) कितना भी बड़ा गठबंधन कर लें…सभी भ्रष्ट लोगों व सभी ‘परिवारवादी‘ को मंच पर आने दें… मोदी अपने रास्ते से पीछे हटने वाला नहीं है। मैंने देश को भ्रष्टाचार व भाई-भतीजावाद से मुक्त करने का संकल्प लिया है और यह जारी रहेगा। मोदी ने यह भी कहा कि उन्होंने कोविड-19 के प्रकोप के दौरान अपनी ‘राजनीतिक पूंजी‘ को खतरे में डाल दिया, जब उन्होंने वायरस के खिलाफ टीकों के निर्माण के लिए आत्मनिर्भरता का रास्ता चुना। उन्होंने आयात के लिए पैरवी करने वालों पर चुटकी ली और आश्चर्य जताया कि किसके दबाव में उन्होंने ऐसा किया। मोदी ने कहा कि ‘मैंने अपनी राजनीतिक पूंजी को बड़े पैमाने पर जोखिम में डाला।
मैंने यह केवल देश के लिए किया। उन्होंने कहा कि वह आयात का विकल्प चुनकर खजाना खाली कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा रास्ता नहीं चुना। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘गरीब लोगों को अब विश्वास है कि उन्हें उनका सही हिस्सा मिलेगा, यह सही मायने में सामाजिक न्याय है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मनरेगा के लिए भी बड़ा आवंटन किया, पारदर्शिता को बढ़ावा दिया और इसका इस्तेमाल गांवों में स्थायी संपत्ति बनाने के लिए किया। उन्होंने कहा कि ‘‘पिछले नौ वर्षों में गरीब, वंचित, मध्यम वर्ग, समाज का हर वर्ग अपने जीवन में स्पष्ट बदलाव देख सकता है। आज हम प्रणालीगत दृष्टिकोण के साथ व मिशन मोड पर काम कर रहे हैं।