माहौल ख़राब करने के लिए किए गए धमाके.. पटाखों में इस्तेमाल होने वाले बारूद का किया इस्तेमाल..
टाकिंग पंजाब
अमृतसर। पंजाब में अमृतसर से बड़ी खबर है। पिछले दिनों में हुए स्वर्ण मंदिर के निकट हेरिटेज स्ट्रीट में 2 ब्लास्ट हुए थे इसमें पहला विस्फोट 6 मई और दूसरा 8 मई को हुआ था। पुलिस इन के मामले में पहले से ही सतर्क थी और लगातार पुलिस सीसीटीवी कैमरे को खंगाल रही थी। वही इसके साथ निकटवर्ती लोगों के साथ संपर्क किया जा रहा था और पूरे घटनाक्रम की इनपुट ली जा रही थी। इस अनुभव में पुलिस को कई इस प्रकार की चीजें मिली जिसमें पुलिस वारदात करने वालों के निकट पहुंच रही थी की 10 मई बुधवार की रात्रि 12 बजे के करीब तीसरा ब्लास्ट हुआ अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल के करीब पिछले 5 दिन में होने वाला यह तीसरा ब्लास्ट है। यह ब्लास्ट स्वर्ण मंदिर के लंगर हॉल के करीब रात 12.10 बजे हुआ। धमाके की आवाज सुनते ही हड़कंप मच गया।
स्वर्ण मंदिर मैनेजमेंट ने तुरंत इसके बारे में पुलिस को सूचना दी। रात को ही पुलिस ने वहां पहुंचकर धमाके वाली जगह को सील कर दिया, जिसके बाद फोरेंसिक टीमें मौके से सैंपल लेने पहुंच गईं हैं। इस मामले में 2 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। यह लड़का-लड़की सराय के 225 नंबर रूम में रुके हुए थे, जिनसे एक संदिग्ध बैग भी बरामद हुआ है। दोनों गुरदासपुर के रहने वाले हैं। प्रारंभिक पूछताछ में ही गिरफ्तार किए गए आतंकियों ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बड़े रहस्योद्घाटन किए हैं गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान आजाद वीर सिंह पुत्र जसवीर सिंह निवासी गांव वडाला कला बाबा बकाला, अमरीक सिंह पुत्र लखबीर सिंह निवासी गुरदासपुर, साहब सिंह निवासी गेट हकीमा अनगढ़, धर्मेंद्र व हरजीत निवासी 88 फुट रोड के रूप में हुई l
इस बारे में डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि अमृतसर में कम तीव्रता वाले विस्फोट का मामलों में 5 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इनका मकसद सिर्फ शांति भग करना था। डीजीपी ने कहा कि अमरीक सिंह की पत्नी से भी पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा आजादवीर सिंह के पास से 1.1 किलो विस्फोटक भी बरामद हुआ है। इस मामले की जांच एसआईटी करेगी। इन्होंने धमाकों के लिए फटाखों का बारूद इस्तेमाल किया था। दरअसल कालका निवासी चश्मदीद स्वर्ण बाज सिंह ने बताया कि वह रात श्री गुरु रामदास जी सराय में रुका हुआ था कि अचानक धमाका हो गया। घड़ी देखी तो रात के12.10 बजे थे। सुबह 4.30-पौने पांच बजे के करीब पुलिस पहुंच गई। कमरा नंबर 225 से एक लड़का और लड़की को पूछताछ के बाद हिरासत में लिया। बाद में पता चला कि उनसे बम भी बरामद किए गए हैं।
फिलहाल पुलिस इस मामले की तह तक जाने में जुट गईं है। पुलिस जाँच में जुट गईं है कि आखिर इन धमाको के पीछे कितनी बड़ी व यह साजिस किसकी हो सकती है। गिरफ्तार आतंकियों ने बताया कि उन्होंने मिलकर पटाखे बनाने का मेटेरियल खरीदा और उसमें पत्थर डालकर उस पर एक ट्रायल लिया जिसमें वह कामयाब रहे। इस पर उनका हौसला बढ़ा और उन्होंने पटाखा बनाने वाले लोगों से पोटाश सल्फर इत्यादि मेटेरियल 5 हजार रुपए में खरीद कर उसके विस्फोटक बम तैयार करने शुरू कर दिए। पुलिस ने गैंग के सदस्यों के कब्जे से 1100 ग्राम विस्फोटक सामग्री/ केमिकल्स और कुछ सामाजिक तौर पर भड़काऊ मटेरियल भी मिला। इस संबंध में थाना ई. डिवीजन की पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी नंबर 49/2023 धारा 9-बी विस्फोटक अधिनियम,3-4-5 विस्फोटक सामग्री, 13,16,18. गैर-कानूनी गतिविधियों निरोधक एक्ट,120 बी. के अंतर्गत केस दर्ज किया है।