पुस्तकें केवल हमारी सच्ची मित्र ही नहीं बल्कि सही मार्गदर्शक भी हैं- शैली बौरी
टाकिंग पंजाब
जालंधर। इनोसेंट हार्ट्स स्कूल ग्रीन मॉडल टाऊन में बुक फेयर का आयोजन किया गया। लगातार तीन दिनों तक चलने वाले इस बुक फेयर में बच्चों के साथ उनके अभिभावक भी आए। उन्होंने भी पुस्तकों में काफी दिलचस्पी दिखाई और अपनी मनपसंद पुस्तकें भी खरीदी। इस बुक फेयर को लगाने का उद्देश्य बच्चों की पुस्तकों के प्रति रुचि उत्पन्न कर उनका ज्ञानवर्धन करना था। इस बुक फेयर में विभिन्न प्रकार की पुस्तकें जैसे पत्र-पत्रिकाएँ, शब्दकोश, पंचतंत्र- हितोपदेश की कहानियाँ, दंतकथाएँ, इनसाइक्लोपीडिया, ऑटो बायोग्राफी, ज्ञान-विज्ञान संबंधित पुस्तकें, सामान्य ज्ञान, चित्रकला की पुस्तकें, खेल जगत पर आधारित पुस्तकें, चित्रकथाएँ, खेल-खेल में गणित सीखें आदि पुस्तकें थीं। बच्चों ने इस बुक फेयर में अपनी-अपनी रुचि अनुसार पुस्तकें खरीदी। इस अवसर पर शैली बौरी (एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ऑफ स्कूल्स) ने बताया कि आजकल बच्चों का रुझान सोशल मीडिया में इतना बढ़ गया है कि वे पुस्तकों को भूल गए हैं, उन्हें किताबें पढ़ने की आदत ही नहीं रही है; जबकि पुस्तकें केवल हमारी सच्ची मित्र ही नहीं बल्कि सही मार्गदर्शक भी हैं जो अज्ञान के अंधकार को दूर कर ज्ञान की ज्योति प्रज्वलित करती हैं। इसलिए बच्चों के बौद्धिक, मानसिक विकास के लिए उन्हें किताबें अवश्य पढ़नी चाहिए। इससे न केवल उनके ज्ञान में वृद्धि होगी बल्कि उनकी रीडिंग स्किल भी निखरेगी।