राहुल गांधी ने लोकसभा में दिखाई ‘हलवासेरेमनी’ की तस्वीर.. बोले, देश का हलवा बंट रहा है सर…
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में भले ही इंडिया गठबंधन को जीत न मिली हो, लेकिन उनके सांसदों की संसद में बढी संख्या ने इंडिया गठबंधन के हर नेता में जोश भर दिया है। किसी समय विपक्ष पर हमलावर रहने वाली एनडीए सरकार आज गठबंधन के सवालों से बचती नजर आ रही है व अपना सिर पकड़ रही है। सत्तापक्ष को विपक्ष के सवालों का जवाब देना मुश्किल हो रहा है, जिसके चलते साफ नजर आ रहा है कि विपक्ष कहीं न कहीं सत्ता पक्ष पर हावी हो रहा है। लोकसभा में जिस समय राहुल गांधी अपनी बात रख रहे थे तो उन्होंने बजट को लेकर केंद्र सरकार व वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन पर खूब शब्दों के बाण चलाए। संसद में बोल रहे राहुल की बातें सुनकर कहीं न कहीं पक्ष कमजोर नजर आ रहा था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने तो राहुल गांधी की बातें सुनकर हथेलियों से अपना चेहरा ही छुपा लिया। यह दृश्य सोमवार को इंटरनेट पर भी खूब छाया रहा। ऐसा उस वक्त हुआ जब राहुल गांधी ने बजट से पहले होने वाली परंपरागत ‘हलवासेरेमनी’ का उल्लेख किया। उन्होंने दलितों, अन्य पिछड़े वर्गों व आदिवासियों के नहीं होने का हवाला देते हुए इस परंपरा में विविधता की कमी बताई। इस दौरान राहुल गांधी ने ‘हलवासेरेमनी’ की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि 20 अधिकारियों ने देश का बजट तैयार करने का काम किया और उनमें से केवल एक अल्पसंख्यक समुदाय से था और एक ओबीसी से था। राहुल गांधी ने कहा कि बजट का हलवा बांटा जा रहा है सर, लेकिन देश के 73 प्रतिशत लोगों को इसमें शामिल नहीं किया गया है। सभी कुछ अपने चहेतों को बांट दिया गया है सर। इसी दौरान वित्त मंत्री ने अपने हाथ चेहरे पर रख लिए और निराशाजनक रूप से अपना सिर हिलाया। हालांकि इस पर इस तरह से वित मंत्री का प्रतिक्रिया देना कांग्रेस नेता को पसंद नहीं आया। राहुल गांधी ने कहा कि वित्त मंत्री हंस रही हैं, यह काफी आश्चर्यजनक है। मैडम यह कोई हंसी की बात नहीं है। यह जातीय जनगणना के बारे में है। यह देश को बदल देगा। राहुल गांधी ने दावा किया कि बजट का एकमात्र उद्देश्य बड़े व्यवसायों के ढांचे और लोकतांत्रिक ढांचे को खत्म करने वाले राजनीतिक एकाधिकार को मजबूत करना है। राहुल गांधी ने अपने भाषण दौरान महाभारत से समानताएं निकालीं और बजट को लेकर भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि देश में डर का माहौल है। उन्होंने भाजपा के प्रतीक का जिक्र करते हुए कहा कि देश अब “कमल के चक्रव्यूह” में फंस गया है।