विद्यार्थियों को पढ़ाई के दौरान ही मिलता है इंड्स्ट्री में ट्रेनिंग करने का अवसर – प्रो. डॉ. अजय सरीन
टाकिंग पंजाब
जालंधर। हंस राज महिला महाविद्यालय भारत के अग्रणी संस्थानों में से एक है। भविष्य में स्किलड वर्क फोर्स तैयार करने हेतु यह महाविद्यालय तकनीकी स्तर पर सर्वश्रेष्ठ संस्था है। यूजीसी द्वारा इस संस्था को कौशल केंद्र का दर्जा मिला हुआ है। जिसके अन्तर्गत बहुत सारे स्किल कोर्सेस विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। एमवॉक के तीन प्रोग्राम -वेब टेकनालोजी एंड मल्टीमीडिया, कास्मैटोलॉजी एंड वैलनेस,मेंटल हैल्थ काउंसलिंग चल रहे हैं। बीवॉक के आठ प्रोग्राम-बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसिज, वेब टैक्नालोजी एंडमल्टीमीडिया, फैशन टैक्नालोजी, मास कम्यूनिकेशन एंड जर्नलिज्म,मैंटल हैल्थ काउंसलिंग, कास्मैटोलॉजी एंड वैलनेस, ई-कामर्सएंड डिजिटल मार्केटिंग, योगा एंड फिटनेस सफलतापूर्वक चल रहे हैं।
प्रिंसिपल प्रो. डॉ. अजय सरीन ने इस विषय में अवगत करवाते हुए कहा कि किसी भी आयु की युवती व महिला जो बारहवीं कक्षा पास है, वह किसी भी बीवॉक या डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन ले सकती है। उन्होंने एक खास तथ्य बताते हुए कहा कि इन कोर्सेस का पाठ्यक्रम सैक्टर स्किल काउंसलिस व इंडस्ट्री पार्टनर के सहयोग से रोजगार प्रदान करने वाला व इंडस्ट्री की डिमांड को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। विद्यार्थियों को पढ़ाई के दौरान ही इंड्स्ट्री में ट्रेनिंग करने का अवसर मिलता है व स्किल शिक्षा प्रदान की जाती है। इसी संदर्भ में इस संस्था ने 100 सेे अधिक इंड्स्ट्रीपार्टनर व 9 सैक्टर स्किल काउंस्लिस से एमओयू पर हस्ताक्षर किए हुए हैं, जिसका विद्यार्थी भरपूर आनन्द लेते हैं।