सांसद के बेटे का तर्क.. शहीद भगत सिंह थे नास्तिक विचारधारा वाले व्यक्ति..उन्होंने सिख समुदाय के लिए कुछ नहीं किया
टाकिंग पंजाब
अमतृसर। संगरूर से सांसद चुने गए सिमरनजीत सिंह मान जब संसद सदस्य के तौर सदस्यता ग्रहण जा रहे थे तो उन्होंने शहीद भगत सिंह को आतंकवादी करार दे दिया था। शहीद भगत सिंह को आतंकवादी कहने के बाद संगरूर के सांसद सिमरनजीत सिंह मान विवादों में घिर गए थे, लेकिन अब की बार उनके बेटे ईमान सिंह ने शहीद भगत सिंह की तस्वीर को सिख अजायब घर व देश की संसद हटाने की मांग कर दी है। ईमान सिंह ने इसे लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को एक मांग पत्र भी सौंपा है।
सिख अजायब घर व देश की संसद से शहीद भगत सिंह की तस्वीर हटाने को लेकर ईमान सिंह ने तर्क दिया है कि शहीद भगत सिंह नास्तिक विचारधारा वाले व्यक्ति थे। उन्होंने सिख समुदाय के लिए कुछ नहीं किया। इसलिए अमृतसर स्थित सिख अजायब घर व देश की संसद से उनकी तस्वीर हटाई जाए।
कुछ दिन पहले ही सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने भी शहीद भगत सिंह को आतंकवादी कहा था। जब उनसे इसे लेकर प्रश्न किया गया तो उन्होंने जवाब दिया कि आइपीएस अधिकारी सहित पुलिस वालों को मारने वाले को आतंकवादी नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे। उनके बयान के बाद भाजपा सहित सभी दलों ने उनकी तीखी आलोचना की थी। पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी शहीद-ए-आजम भगत सिंह को यूथ आइकान मानती है। पंजाब विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद सीएम भगवंत मान ने भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में अपने पद की शपथ ली थी। इसके बाद सरकार के आदेश पर पंजाब के सभी सरकारी कार्यालयों में शहीद भगत सिंह और बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर की तस्वीरें लगाई गईं है। अब देखना होगा कि सांसद के बेटे की इस मांग पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, भाजपा, कांग्रेस व अन्य दल किस तरह की प्रक्रिया देते हैं।