लड़की ने ब्यां किया अपना दर्द..कहा..8 साल कैद करके रखा..नहीं दिया जाता था भरपेट खाना..रॉड से पीटा जाता था व गर्म तवे से जलाया जाता था।
सीमा पात्रा खिलाफ एससी एसटी की अलग-अलग धाराओं व आईपीसी की धाराओं तहत केस किया गया दर्ज ..बीजेपी ने किया निष्कासित
टाकिंग पंजाब
रांची। एक 29 साल की आदिवासी दिव्यांग लड़की, जिसे उसे 8 साल तक कैद करके रखा था। उसे भरपेट खाना भी नहीं दिया जाता था। रॉड से पीटा जाता था व गर्म तवे से जलाया जाता था। उससे जीब से फर्श साफ करवाया जाता था। यह वाक्या किसी फिल्म का नहीं बल्कि एक सच्चाई है, जो कि खुद एक आदिवासी दिव्यांग लड़की ने पुलिस को बताई है। यह दिल दहला देने वाला अत्याचार रिटायर्ड आईएएस महेश्वर पात्रा की पत्नी ने अपने घर में काम करने वाली एक लड़की पर किया है, जिसको देख सुन आपका दिल भी दहल जाऐगा।
उक्त पीड़ित लड़की का नाम सुनीता है, जो कि पिछले 8 साल से निलंबित भाजपा नेता सीमा पात्रा से प्रताड़ित हो रही थी। जब यह मामला सामने आया तो सीमा पात्रा गिरफ्तारी के डर से फरार होने की कोशिश में थी, लेकिन रांची पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने सीमा को कोर्ट में पेश किया व माननीय कोर्ट ने सीमा को 12 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। फिलहाल उक्त लड़की को सीमा पात्रा की कैद से छुड़ाकर रांची रिम्स में भर्ती करवाया गया है। मामला सामने आने के बाद सुनीता को बीजेपी से निष्कासित कर दिया गया है।
उधर सीमा पात्रा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर लगाए सभी आरोप झूठे हैं। मुझे फंसाया गया है। पीड़ित सुनीता का कहना था कि 6 साल पहले वह रांची आई तो उसे शुरू से ही प्रताड़ित किया जा रहा था। वह काम छोड़ना चाहती थी, लेकिन उसे 8 साल से घर में बंधक बनाकर रखा गया था। घर जाने के लिए कहती तो बुरी तरह मारा-पीटा जाता था। बीमार होने पर इलाज भी नहीं कराया जाता था।
इस तरह से बची सुनीता व फंसी सीमा पात्रा
दरअसल सुनीता ने एक दिन किसी तरह मोबाइल पर सरकारी कर्मचारी विवेक आनंद बास्के को मैसेज भेजकर अपने ऊपर हो रहे अत्याचार के बारे में बताया। इसके बाद अरगोड़ा थाने में शिकायत दर्ज की गई। इसके बाद रांची पुलिस व जिला प्रशासन की टीम ने सुनीता को रेस्क्यू किया। इसेक बाद पुलिस ने सुनीता को सीमा पात्रा के चगुल से छुड़ा लिया। बंधक बनाई गई लड़की के शरीर पर घाव के निशान मिले हैं। मेडिकली फिट होने के बाद पुलिस उसका बयान दर्ज करेगी। उसकी सुरक्षा में 2 पुलिकर्मियों को भी लगाया गया है।
चारों तरफ से घिरती नजर आ रही हैं सीमा पात्रा
सीमा पात्रा के खिलाफ रांची के अरगोड़ा थाने में एससी एसटी की अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। साथ ही आईपीसी की धाराओं में भी केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा पीड़ित आदिवासी महिला सुनीता खाखा से राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने भी मुलाकात कर उससे पूछताछ की है। आयोग की 2 सदस्यीय टीम इस मामले में अपनी रिपोर्ट जल्द ही सबमिट करेगी। इसके चलते सीमा पात्रा की मुश्किलें बढने वाली हैं।