मामले में सबसे हैरानीजनक बात यह है कि सभी आरोपी एक-दूसरे को नहीं जानते थे- डीजीपी गौरव यादव
टाकिंग पंजाब
तरनतारन। पंजाब में तरनतारन के सरहाली पुलिस थाने पर आरपीजी अटैक कनाडा बैठे गैंगस्टर लखबीर लंडा ने पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के कहने पर यह अटैक कराया था। इस मामले में पंजाब पुलिस ने कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में गांव नौशेरा का रहने वाला गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी नंबरदार, गांव चोला साहिब निवासी गुरलाल सिंह गहला, गांव थटियां महानता का रहने वाला गुरलाल सिंह लाली और नौशेरा पनवा निवासी जोबनप्रीत सिंह उर्फ जोबन समेत दो नाबालिग शामिल हैं।
इनके अलावा नौशेरा पनवा का रहने वाला आरोपी अजमीत सिंह को अमृतसर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया है। इसके बारे में डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि यह कामयाबी काउंटर इंटेलिजेंस विंग और तरनतारन जिला पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन से मिली है। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इस मामले में सबसे हैरानीजनक बात यह है कि सभी आरोपी एक-दूसरे को नहीं जानते थे।
साजिश के मास्टरमाइंड लखबीर सिंह लंडा ने सभी आरोपियों को वीडियो कॉल कर अलग-अलग गाइड किया है। अटैक के लिए उन्हें कोई ट्रेनिंग नहीं दी गई। सिर्फ इंटरनेट से इंस्ट्रक्शन वीडियो दिखाकर टारगेट देकर अटैक के लिए भेज दिया गया।
बरामद किए गए हथियारों के बारे डीजीपी ने जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी गुरलाल से 32 बोर पिस्टल 15 जिंदा कारतूस, आरोपी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी नंबरदार से हैंड ग्रेनेड P-86, आरोपी जोबनप्रीत व गुरलाल लाली से 30 बोर पिस्टल समेत 35 जिंदा कारतूस व नाबालिग आरोपियों के कब्जे से एक 32 बोर पिस्टल समेत 15 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।