वसूली के लिए किया टिम्मी हत्याकांड के नाम का इस्तेमाल.. कहा, टिम्मी चावला का हाल देख ले क्या हुआ, अगर पैसे न दिए तो वही हाल करेंगे
टाकिंग पंजाब
जालंधर । नकोदर के एक ज्वैलर से 45 लाख रूपए की फिरौती मांगने व रूपए न देने पर सुनार समेत उसके परिवार को जान से मार देने की धमकी देने के मामले में जालंधर की देहात पुलिस ने 3 लोगों को काबू कर लिया है। पकड़े गए तीन आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। हैरानी की बात यह है कि इन आरोपियों ने हाल ही में हुए टिम्मी हत्याकांड का नाम लेकर फिरौती वसूलने की कोशिश की। इन आरोपियों ने जब ज्वैलर को फर्जी सिम कार्ड फोन किया को कहा कि कपड़ा व्यापारी टिम्मी चावला का हाल देख ले क्या हुआ। अगर पैसे न दिए तो उसका भी वही हाल करेंगे। हालांकि पुलिस जांच में सामने आया कि इस गिरोह का टिम्मी चावला को मारने वाले गिरोह से कोई लेना-देना नहीं है। दूसरी तरफ इस घटनाक्रम को अंजाम देने में अमन की मां का भी पूरा सहयोग रहा। अमन ने अपनी मां के साथ मिलकर फिरौती की सारी पटकथा लिखी व मां ने जाली दस्तावेजों पर सिम भी लिया। इसे बाद यह सिम जस्सा को देकर उसे बोला गया कि वह ज्वैलर को फोन करके फिरौती की मांग करे। इस सारे घटनाक्रम के बारे में एसपी सरबजीत सिंह बाहिया ने बताया कि इस मामले में एक क्राइम ब्रांच टीम का गठन किया गया था। इस दौरान सब इंस्पेक्टर पुष्प बाली को मुखबिर से फिरौती मांगने वाले गिरोह के बारे में पता चला। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए राहुल उर्फ अमन पुत्र मेजर लाल निवासी आवा मोहल्ला नकोदर व उसकी माता सुखविंदर कौर पत्नी मेजर लाल को जालंधर में गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस तीसरे आरोपी सिमरनजीत सिंह उर्फ सन्नी तक भी पहुंच गई। चौथा अरोपी जसकीरत सिंह उर्फ उर्फ जस्सा जो कि शाहकोट के मोहल्ला ढेरियां का रहने वाला है, अभी फरार है। पुलिस ने कहा कि यह सभी फर्जी दस्तावेजों पर मोबाईल सिम लेकर लोगों को फोन कॉल करते थे। पुलिस का कहना है कि चौथे आरोपी की तलाश में छापेमारी की जा रही है व जल्द ही चौथा आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में होगा।