रात 8 बजे भाजपा मुख्यालय पहुंचगे प्रधानमंत्री.. 3 राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर देंगे स्पीच
टाकिंग पंजाब
नईं दिल्ली। देश के तीन राज्यों त्रिपुरा, नागालैंड व मेघालय में हुए विधानसभा चुनावों के बाद कुछ सीटों पर नतीजे आने शुरू हो गए हैं। नागालैंड में भाजपा गठबंधन को 37 सीटों व त्रिपुरा में 34 सीटों पर बढ़त है। मेघालय में एलपीपी 26 सीटों पर आगे है। अब तक जो तस्वीर सामने आई है, उसके मुताबिक नगालैंड व त्रिपुरा में भाजपा को बहुमत तय नजर रहा है, लेकिन मेघालय में मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की एनपीपी सबसे बड़ी पार्टी नजर आ रही है। वोटिंग के बाद आए एग्जिट पोल्स में भी त्रिपुरा-नगालैंड में भाजपा गठबंधन को बहुमत का अनुमान लगाया गया है, जबकि मेघालय में हंग असेबंली के आसार बन रहे हैं। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा पश्चिम त्रिपुरा से जीते हैं व उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में जनता की जीत हुई है। नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो कोहिमा की नॉर्दन अंगामी 2 सीट से जीत गए हैं। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री रात 8 बजे भाजपा मुख्यालय जाएंगे व 3 राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर स्पीच देंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नगालैंड व मेघालय में तीन चुनावी सभाओं को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री ने मेघालय के शिलॉन्ग में कहा कि कुछ लोग जिनको देश ने नकार दिया है, जो निराशा के गर्त में डूब चुके हैं, वो आजकल माला जपते हैं और कह रहे हैं कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी, लेकिन देश कह रहा है, देश का कोना कोना कह रहा है, मोदी तेरा कमल खिलेगा। आपको बता दें कि त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में 16 फरवरी को 60 सीटों पर 86.10 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो कि पिछले चुनाव से 4 प्रतिशत कम रहा था। साल 2018 में त्रिपुरा में 59 सीटों पर 90 प्रतिशत मतदान हुआ था, जिसमें बीजेपी 35 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इसके साथ ही भाजपा ने लेफ्ट के 25 साल के गढ़ को ध्वस्त कर दिया था। पिछले चुनाव में जीत के बाद पार्टी ने बिप्लब देव को सीएम बनाया था, लेकिन मई 2022 में माणिक साहा को मुख्यमंत्री बनाया गया था। साल 2023 के चुनाव में भाजपा ने सभी 60, लेफ्ट-कांग्रेस के गठबंधन ने 47 व 13 सीटों पर चुनाव लड़ा। टिपरा मोथा पार्टी ने 42 सीटों पर चुनाव लड़ा। साल 2018 के चुनाव में भाजपा को 35, सीपीआईएम को 16 व आईपीएफटी को 7 सीटें मिली थीं व भाजपा ने सरकार बनाई थी। मेघालय में 27 फरवरी को 60 में से 59 सीटों पर मतदान हुआ था व 85.27 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 21 सीटें जीती थीं व बीजेपी को यहां महज 2 सीटें ही मिल सकी थीं। नेशनल पीपुल्स पार्टी को 19 सीटें मिली थीं। साल 2018 में 67 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इस बार एनपीपी ने 57, कांग्रेस, बीजेपी ने 60-60 व टीएमसी ने 56 सीटों पर कैंडिडेट उतारे हैं। नगालैंड की बात करें तो 16 जिलों की 60 में से 59 विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को 85.90 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि 2018 में यहां 75 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। नगालैंड में अभी नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की सरकार है व नेफ्यू रियो सीएम हैं।
नईं दिल्ली। देश के तीन राज्यों त्रिपुरा, नागालैंड व मेघालय में हुए विधानसभा चुनावों के बाद कुछ सीटों पर नतीजे आने शुरू हो गए हैं। नागालैंड में भाजपा गठबंधन को 37 सीटों व त्रिपुरा में 34 सीटों पर बढ़त है। मेघालय में एलपीपी 26 सीटों पर आगे है। अब तक जो तस्वीर सामने आई है, उसके मुताबिक नगालैंड व त्रिपुरा में भाजपा को बहुमत तय नजर रहा है, लेकिन मेघालय में मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की एनपीपी सबसे बड़ी पार्टी नजर आ रही है। वोटिंग के बाद आए एग्जिट पोल्स में भी त्रिपुरा-नगालैंड में भाजपा गठबंधन को बहुमत का अनुमान लगाया गया है, जबकि मेघालय में हंग असेबंली के आसार बन रहे हैं। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा पश्चिम त्रिपुरा से जीते हैं व उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में जनता की जीत हुई है। नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो कोहिमा की नॉर्दन अंगामी 2 सीट से जीत गए हैं। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री रात 8 बजे भाजपा मुख्यालय जाएंगे व 3 राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर स्पीच देंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नगालैंड व मेघालय में तीन चुनावी सभाओं को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री ने मेघालय के शिलॉन्ग में कहा कि कुछ लोग जिनको देश ने नकार दिया है, जो निराशा के गर्त में डूब चुके हैं, वो आजकल माला जपते हैं और कह रहे हैं कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी, लेकिन देश कह रहा है, देश का कोना कोना कह रहा है, मोदी तेरा कमल खिलेगा। आपको बता दें कि त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में 16 फरवरी को 60 सीटों पर 86.10 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो कि पिछले चुनाव से 4 प्रतिशत कम रहा था। साल 2018 में त्रिपुरा में 59 सीटों पर 90 प्रतिशत मतदान हुआ था, जिसमें बीजेपी 35 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इसके साथ ही भाजपा ने लेफ्ट के 25 साल के गढ़ को ध्वस्त कर दिया था। पिछले चुनाव में जीत के बाद पार्टी ने बिप्लब देव को सीएम बनाया था, लेकिन मई 2022 में माणिक साहा को मुख्यमंत्री बनाया गया था। साल 2023 के चुनाव में भाजपा ने सभी 60, लेफ्ट-कांग्रेस के गठबंधन ने 47 व 13 सीटों पर चुनाव लड़ा। टिपरा मोथा पार्टी ने 42 सीटों पर चुनाव लड़ा। साल 2018 के चुनाव में भाजपा को 35, सीपीआईएम को 16 व आईपीएफटी को 7 सीटें मिली थीं व भाजपा ने सरकार बनाई थी। मेघालय में 27 फरवरी को 60 में से 59 सीटों पर मतदान हुआ था व 85.27 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 21 सीटें जीती थीं व बीजेपी को यहां महज 2 सीटें ही मिल सकी थीं। नेशनल पीपुल्स पार्टी को 19 सीटें मिली थीं। साल 2018 में 67 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इस बार एनपीपी ने 57, कांग्रेस, बीजेपी ने 60-60 व टीएमसी ने 56 सीटों पर कैंडिडेट उतारे हैं। नगालैंड की बात करें तो 16 जिलों की 60 में से 59 विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को 85.90 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि 2018 में यहां 75 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। नगालैंड में अभी नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की सरकार है व नेफ्यू रियो सीएम हैं।