आम आदमी पार्टी ने कहा.. सीएम को बदनाम करने के लिए माफ़ी मांगे सुखबीर बादल, प्रताप बाजवा व अन्य विपक्षी नेता
टॉकिंग पंजाब
चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने एक ट्वीट करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बारे में कहा था कि जर्मनी दौरे पर गए मुख्यमंत्री भगवंत मान को लुसियाना फ्लाइट से उतार दिया गया। सुखबीर बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इतनी पी रखी थी कि उनसे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था। उन्होंने कहा कि यह मामला बेहद परेशान करने वाला है।
यह मामला इतना तूल पकड़ गया कि आखिरकार लुफ्थांसा एयरलाइन को एक बड़ा बयान देना पड़ गया। उन्होंने कहा है कि विमान परिवर्तन के कारण हमारी दिल्ली फ्रैंकफर्ट फलाइट लेट हुई थी। यह जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया साइट पर दी है। इस बयान के आते ही आप अब अपने सभी विरोधी व भगवंत मान पर आरोप लगाने वाले नेताओं से माफ़ी मागने को कह रही है।
आप के प्रवक्ता मालविंदर सिंह कंग ने प्रेस वार्ता कर सुखबीर बादल, प्रताप सिंह बाजवा व अन्य नेताओं को मुख्यमंत्री का नाम खराब करने के बदले माफ़ी मांगने की मांग की है। आम आदमी पार्टी ने विपक्ष के हमले का जवाब देते हुए विपक्षी नेताओं के आरोपों को गलत और शरारत पूर्ण करार दिया है।
आपको बता दे कि इससे पहले एक सह-यात्री के ट्वीट के हवाले से सुखबीर ने कहा था कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने इतनी शराब पी रखी थी कि उनसे खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था। इसके कारण उन्हें फ्लाइट से उतार दिया गया था, जिस कारण फ्लाइट भी लेट हो गईं थी।
सुखबीर ने कहा था कि इस तरह की रिपोर्टों ने पूरी दुनिया में पंजाबियों को न केवल परेशान किया है साथ ही उन्हें शर्मसार भी किया है। उन्होंने कहा कि हैरानी है कि मुख्यमंत्री की इन रिपोर्ट पर आम आदमी पार्टी और सरकार चुप है।
सुखबीर बादल ने इसके लिए आप सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल से इस पर स्थिति साफ करने को कहा। उन्होंने भारत सरकार से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि जर्मन एयर कंपनी ने ऐसा किया है तो सरकार को इसको लेकर जर्मन सरकार से बात करनी चाहिए।
उधर इसलिए मामले में पंजाब के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को जर्मनी में जिस हालात में फ्लाइट से उतारा गया है उसे देखते हुए मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने देश का सिर शर्म से नीचा कर दिया है। बिक्रम मजीठिया और सुखपाल खैहरा ने भी आम आदमी पार्टी से मुख्यमंत्री से स्पष्टीकरण मांगने को कहा था।