भ्रष्टाचार के आरोपों से घिर कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी की हो सकती है छुट्टी.. मुख्यमंत्री जारी किया कारण बताओ नोटिस
मंत्रीमंडल विस्तार में प्रो. बलजिंदर कौर, सरबजीत कौर माणूके व प्रिंसिपल बुद्ध राम की लग सकती है लॉटरी
टाकिंग पंजाब
चंडीगढ। एक तरफ जहां पंंजाब विधानसभा में मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा अपनी सरकार के लिए विश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, वहीं दूसरी तरफ कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी भ्रष्टाचार के आरोपों से घिर गए हैं। सरारी व उनके ओएसडी के बीच बातचीत का आडियो वायरल होने के बाद सरकार के राजनीतिक विरोधी लगातार सरकार पर हमलावर हो रहे हैं।
विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, सुखपाल सिंह खैहरा, अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया समेत कई अन्य नेताओं ने सरारी मामले में सरकार को घेरा हुआ है। इससे लग रहा है कि विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी की छुट्टी हो सकती है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कल फौजा सिंह सारारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
वहीं दूसरी तरफ यह भी खबर आ रही है कि पंजाब के मुख्यमंत्री दीपावली से पहले अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। सूत्रों की माने तो पार्टी आलाकमान ने कैबिनेट मंत्रियों की तीन खाली सीटों को भरने के लिए सीएम को कैबिनेट विस्तार की मंजूरी दे दी है। कैबिनेट में किन तीन विधायकों को जगह मिल सकती है, इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है। वहीं अगर फौजा सिंह सरारी मंत्रिमंडल से हटाए जाते हैं तो फिर चार विधायकों को मंत्री बनने का मौका मिल सकता है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार यह कयास लगाए जा रहे हैं कि 2 में से 1 विधायक प्रो. बलजिंदर कौर या सरबजीत कौर माणूके को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इसी तरह प्रिंसिपल बुद्ध राम को भी कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है। पार्टी पहले हरपाल सिंह चीमा, अमन अरोड़ा व गुरमीत सिंह मीत हेयर को कैबिनेट मंत्री बना चुकी है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी आलाकमान कई मंत्रियों के विभागों के प्रदर्शन से खुश नहीं है, जिससे 3 से 4 मंत्रियों के विभागों में फेरबदल की भी संभावना जताई जा रही है।