कल यानि 21 अक्टूबर से यात्रियों के लिए उपलब्ध होगी रैपिड ट्रेन… संचालन का समय सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक रहेगा…
टाकिंग पंजाब
नई दिल्ली। देश की पहली रैपिड ट्रेन नमो भारत को हरी झंडी दिखाकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसका उद्घाटन किया। उन्होनें क्यूआर कोड स्कैन करके पहला टिकट खरीदा। इस दौरान पीएम मोदी ने रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कनेक्ट ऐप की भी शुरुआत की जिसमें रैपिड रेल की पूरी जानकारी मिलेगी। भारत की पहली रैपिड ट्रेन को महिला पायलट चला रही हैं। इसके संचालन का समय सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक रहेगा व रैपिड ट्रेन यात्रियों के लिए 21 अक्टूबर से उपलब्ध रहेगी। इसमें 90 सेंटीमीटर ऊंचाई तक वाले बच्चों का कोई किराया नहीं लगेगा व वहीं, इसमें यात्री अपने साथ अधिकतम 25 किलो वजन ही ले जा सकते हैं। प्रत्येक कोच में महिलाओं के अलावा दिव्यांग व वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीटें आरक्षित हैं। इतना ही नहीं, इसमें व्हीलचेयर व स्ट्रेचर भी रखने की सुविधा भी है। यह रेल डबल सिक्योरिटी से लैस है। ट्रेन हादसे रोकने के लिए भी पूरा इंतजाम किया गया है। इसमें प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर व ट्रेन दोनों के दरवाजे एकसाथ बंद होंगे। उसके बाद ही ये ट्रेन आगे बढ़ेगी। इसके साथ ही रैपिड रेल स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा जांच के लिए अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सक्षम डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर का उपयोग किया जा रहा है। बता दें कि 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली इस रैपिड ट्रेन को दिल्ली मेट्रो की विभिन्न लाइनों के साथ जोड़ा जाएगा। ये अलवर, पानीपत और मेरठ जैसे विभिन्न शहरों को भी दिल्ली से जोड़ेगी। ये ट्रेन फेज-1 में साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक 17 किमी एरिया में चलाई जाएगी। इस कॉरिडोर की कुल लंबाई 82 किमी है, जिसमें से 14 किमी का हिस्सा दिल्ली में है, जबकि 68 किमी का हिस्सा उत्तर प्रदेश में है। इस बीच कुल पांच स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो पड़ते हैं। शुरुआत में 10 से 13 ट्रेनें इस ट्रैक पर चलेंगी। ये सफर महज 11 से 12 मिनट में पूरा हो जाएगा, क्योंकि ट्रेन 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड पर दौड़ेगी। सेकेंड फेज में साल 2024 में ये ट्रेन मेरठ दक्षिण स्टेशन तक चलाई जाएगी व साल 2025 में संपूर्ण कॉरिडोर दिल्ली-मेरठ पर यह रैपिड रेल दौड़ेगी।आरआरटीएस कॉरिडोर की आधारशिला दिल्ली में साल 2019 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। उसके बाद अप्रैल-2023 में रैपिडएक्स रैपिड रेल का नया नाम घोषित किया गया था परंतु अब आरआरटीएस की सभी ट्रेनों को ‘नमो भारत’ के नाम से जाना जाएगा।